मार्च माह में निर्यात में यह गिरावट प्रमुख विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के वातावरण ओर मांग की कमजोरी को दर्शाती है।
नई दिल्ली- वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के बीच भारत से वाणिज्यिक
वस्तुओं का निर्यात मार्च 2023 में
सालाना आधार पर 13.88 प्रतिशत गिरकर 38.38
अरब डॉलर रहा। जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में 44.57
अरब डॉलर का निर्यात हुआ था।
मार्च 2023 में
समाप्त पिछले वित्त वर्ष में भारत का कुल निर्यात (माल और सेवाएं) सालाना आधार पर 13.84
प्रतिशत बढ़कर 770.18 अरब
डॉलर के बराबर रहा जो वित्त वर्ष 2021-22 में 676.53
अरब डॉलर था।
मार्च माह में निर्यात में यह गिरावट प्रमुख विकसित देशों
की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के वातावरण ओर मांग की कमजोरी को दर्शाती है।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च 2023 में कुल
वाणिज्यक आयात 58.11 अरब डॉलर था। इस तरह मार्च
माह में व्यापार घाटा यानी निर्यात की तुलना में आयात की बेशी 19.73
अरब डालर के बराबर रहा।
वाणिज्य विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त
वर्ष 2022-23 में देश माल का निर्यात 6.03 प्रतिशत
की वृद्धि के साथ 447.46 अरब डॉलर के बराबर रहा जबकि
वर्ष 2021-22 में 422 अरब
डालर का निर्यात हुआ था।
वित्त वर्ष 2022-23 में
सेवाओं का निर्यात भी 27.16 प्रतिशत बढ़कर 323 अरब
डॉलर हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2221-22
में सेवा निर्यात 254 डॉलर
था।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने 13 अप्रैल
को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में कुल निर्यात बढ़कर 770 अरब
डॉलर हो गया, जो सरकार द्वारा निर्धारित
वार्षिक लक्ष्य को पार कर गया।
श्री बर्थवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वित्त वर्ष 2022-23
में कुल निर्यात का लक्ष्य 750 अरब
डालर था। इस तरह उपलब्धि लगभग 20 अरब
डालर ऊंची रही।
भारत ने इससे पिछले वित्त वर्ष में कुल मिलाकर 676 अरब
डालर के माल और सेवाओं का निर्यात किया था।
वाणिज्य सचिव ने कहा कि वैश्विक बाजार में मंदी की स्थिति
और प्रतिकूल हवाओं के बावजूद, भारत ने
पिछले वित्त वर्ष के दौरान कुल निर्यात में सालाना आधार पर 94 अरब
डॉलर की छलांग लगाई है।