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तेरह महीने की यह अपनी तरह की एक अभिनव फेलोशिप शहरी युवाओं को ग्रामीण इलाकों में विकास के लिए स्थायी समाधान पेश करने की एक सक्रिय व्यवस्था प्रस्तुत करती है।
नयी दिल्ली- भारतीय स्टेट बैंक समूह की ओर से कार्पोरेट सामाजिक
दायित्व (सीएसआर) से जुड़ी पहल का काम देखने वाले एसबीआई फाउंडेशन ने अपने ‘यूथ फॉर इंडिया फेलोशिप’ कार्यक्रम के 11वें संस्करण के लिए आवेदन आमंत्रित किए
हैं। एसबीआई फाउंडेशन ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी। बयान के अनुसार, “ तेरह महीने की यह अपनी तरह की एक अभिनव फेलोशिप शहरी युवाओं
को ग्रामीण इलाकों में विकास के लिए स्थायी समाधान पेश करने की एक सक्रिय व्यवस्था
प्रस्तुत करती है। इसके तहत चयनित युवा शिक्षित शहरी युवाओं, पेशेवरों अथवा नये स्नातकों को 20 राज्यों में जमीनी स्तर पर ग्रामीण
समुदायों तथा गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर विकास एवं प्रगति की दिशा में
रचनात्मक भूमिका निभाने का अवसर मिलता है। ”
बयान के अनुसार फेलोशिप के लिए इसके लिए भारतीय नागरिक, भारत का प्रवासी नागरिक या भूटान अथवा
नेपाल का नागरिक होना चाहिए, जो ग्रामीण जीवन को अपनाने और उसमें समायोजित होने के
इच्छुक हों तथा ग्राम विकास के स्थायी लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए तैयार
हो। उन्हें इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, ग्रामीण आजीविका, खाद्य सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, जल, प्रौद्योगिकी, महिला अधिकारिता, स्व-शासन, सामाजिक उद्यमिता,
पारंपरिक शिल्प और वैकल्पिक ऊर्जा जैसे 12 विषयगत क्षेत्रों पर काम करने का
विकल्प होता है।
एसबीआई फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजय प्रकाश ने
कहा,“ एसबीआई
यूथ फॉर इंडिया प्रोग्राम का उद्देश्य शहरी युवाओं की विकास क्षेत्र में योगदान
करने और ग्रामीण वास्तविकता का अनुभव करने की आकांक्षा के बीच वर्तमान अंतर को
पूरा करना है, साथ ही साथ जमीनी स्तर पर काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों
में विविध शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि वाले योग्य मानव संसाधन की कमी को पूरा
करना भी है। ”
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में इस कार्यक्रम में 1,00,000 ने अधिक
लाभार्थियों को प्रभावित किया है। ये कार्यक्रम भारत में 20 राज्यों के 200 से अधिक गांवों में चलाए गए।
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