धर्मशाला- दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान डेविड वॉर्नर का
मानना है कि उनके घरेलू मैदान अरुण जेटली स्टेडियम की धीमी पिचें उनके लिये
चुनौतीपूर्ण रहीं जिसके कारण उनके बल्लेबाज पूरे सीजन लय हासिल नहीं कर सके।
दिल्ली ने बुधवार
को खेले गये आतिशबाज़ी से भरे मैच में पंजाब किंग्स को 15 रन से मात दी। दिल्ली ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दम पर
पंजाब के सामने 214 रन का विशाल
लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में
पंजाब 198 रन तक ही पहुंच सकी।
वॉर्नर ने मैच के
बाद कहा, "मेरा खयाल है कि
अच्छी पिचों पर खेलना मददगार होता है। घर (दिल्ली) में हमें धीमी पिचें मिलती हैं
जो थोड़ा चुनौतीपूर्ण है। खिलाड़ियों को यहां लय मिलना अच्छा है। आपको अपने घरेलू
मैदान पर भी नियमितता की जरूरत होती है जो इस सीजन हमारे लिये मुश्किल रहा है। हम
समझ नहीं पाये हैं कि वहां सही स्कोर क्या होगा।"
अरुण जेटली
स्टेडियम पर दिल्ली की बल्लेबाजी कई बार चरमरा गयी है और एक-दो मौकों के अलावा
उसका प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है। धर्मशाला पर दिल्ली को इस सीजन पहली बार 200 के स्कोर के पार पहुंचाने वाले राइली रूसो ने
भी वॉर्नर की बात से सहमति जताई।
पंजाब के खिलाफ
अपना पहला आईपीएल अर्द्धशतक जड़ने वाले रूसो ने कहा, "इसकी (अर्द्धशतक की) काफी जरूरत थी। यह पिच बल्लेबाजी के
लिये बहुत अच्छी थी। इस सीजन ऐसी बहुत पिचें नहीं मिली हैं। बल्लेबाजी के लिये पिच
मिलना अच्छा था।"
दिल्ली इस सीज़न
के अपने पहले पांच मैच हारने के बाद प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम
थी। उन्होंने अपने अगले पांच में से चार मैच जीते, लेकिन अगले दो मुकाबले हारने के बाद शीर्ष चार में पहुंचने
की उनकी सारी उम्मीदें खत्म हो गयीं।
वॉर्नर की टीम का
आखिरी लीग मैच 20 मई को दिल्ली में
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ है।