ताशकंद- भारतीय मुक्केबाज दीपक भोरिया और निशांत
देव ने शुक्रवार को यहां विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने करीबी
सेमीफाइनल मुकाबले हारने के बाद कांस्य पदक से संतोष किया।
दीपक को 51 किग्रा वर्ग के करीबी सेमीफाइनल में
बाउट रिव्यू होने के बाद फ्रांस के बिलाल बेनेमा के हाथों 3-4
की हार का सामना करना पड़ा। कज़ाकस्तान के अस्लनबेक शिम्बेरगेनोव ने 71
किग्रा वर्ग में निशांत को 5-2 से मात दी।
इससे पूर्व, एशियाई चैंपियनशिप मेडलिस्ट मोहम्मद
हुसामुद्दीन (57 किग्रा) ने घुटने की चोट के कारण
सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद कांस्य से संतोष किया था।
हुसामुद्दीन को क्वार्टरफाइनल बाउट के दौरान घुटने में चोट लग गई थी जिसके बाद
उन्हें दर्द और सूजन का सामना करना पड़ा। मेडिकल टीम द्वारा घुटने की चोट की
गंभीरता को जांचने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने फैसला किया है कि वह शुक्रवार को
होने वाले सेमीफाइनल बाउट में भाग नहीं लेंगे।
भारत ने विश्व चैंपियनशिप में अपना अभियान तीन कांस्य पदकों के साथ समाप्त
किया, जो अब तक इस वैश्विक आयोजन में देश का
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत अब विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में एक रजत और नौ
कांस्य सहित कुल 10 पदक जीत चुका है।