नई दिलà¥à¤²à¥€ - कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ का
मजा लेने के
लिये टेलीविजन सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨
पर घंटो चिपके
रहने अब गà¥à¤œà¤°à¥‡
जमाने की बात
बन चà¥à¤•à¤¾ है।
सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ की माने
तो टीवी की
बजाय चलती फिरती
सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ यानी मोबाइल
फोन पर कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ
का लà¥à¤¤à¥à¤« उठाने
वालो की तादाद
में खासा इजाफा
हà¥à¤† है।
सरà¥à¤µà¥‡ कंपनी डेटा à¤à¤†à¤ˆ
के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इंडियन
पà¥à¤°à¥€à¤®à¤¿à¤¯à¤° लीग (आईपीà¤à¤²)
के मौजूदा सतà¥à¤°
में 15 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से पांच
मई के दौरान
93 मिलियन दरà¥à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ ने टीवी
पर मैच देखा
जबकि जियो सिनेमा
à¤à¤ª पर मैच
देखने वालो की
संखà¥à¤¯à¤¾ 97 मिलियन के आंकड़े
को पार कर
गयी है। इस
सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ में हालांकि
डिजिटल डेटा दो
से 14 साल के
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को शामिल
नहीं किया गया
है जबकि टीवी
से संबंधित डेटा
में सà¤à¥€ को
शामिल किया गया
है। यदि डिजिटल
में दो वरà¥à¤·
से अधिक आयà¥
वालों को à¤à¥€
समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ कर लिया
जाठतो यह
संखà¥à¤¯à¤¾ टीवी के
नंबरà¥à¤¸ से कहीं
अधिक हो सकती
है।
मोबाइल फोन पर
मैच देखने की
दीवानगी का असर
टीवर पर दिखाये
जाने वाले विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨à¥‹
पर à¤à¥€ पड़ा
है। पिछले छह
सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में सà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿà¤¸
चैनल में दिखाये
जाने वाले विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨
40 फीसदी कम हà¥à¤¯à¥‡
है। पिछले आईपीà¤à¤²
सतà¥à¤° में 98 विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾
थे, जबकि अà¤à¥€
चल रहे सीजन
में टीवी के
पास केवल 59 विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾
ही हैं। दूसरी
तरफ, डिजिटल पर
विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ देने वालों
की संखà¥à¤¯à¤¾ 400 के
आसपास की है।
वà¥à¤¯à¥‚अरशिप की बात
करे तो टेलीविजन
इस आईपीà¤à¤² सीजन
में 4.46 की टीवीआर
पर है, जो
पिछले छह वरà¥à¤·à¥‹à¤‚
में नीचे से
दूसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर
है। 2020 में यह
टीवीआर 6.4 थी। मई
में à¤à¤•à¥à¤¸à¤¿à¤¸ माय
इंडिया कंजà¥à¤¯à¥‚मर सेंटीमेंटà¥à¤¸ इंडेकà¥à¤¸
के निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· के
अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, यà¥à¤µà¤¾ मोबाइल
फोन (जियो सिनेमा)
पर आईपीà¤à¤² देखना
पसंद करते हैं।
सरà¥à¤µà¥‡ में शामिल
18-25 वरà¥à¤· के 64 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों
ने मोबाइल पर
आईपीà¤à¤² देखना पसंद किया।
टीवी पर आईपीà¤à¤²
मैच की 23 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤
वà¥à¤¯à¥‚यरशिप 2-14 आयॠवरà¥à¤—
की है, जबकि
15-21 की आयॠवाले
केवल 15 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ लोग ही
टीवी पर मैच
देखते हैं. 22-30 साल
की उमà¥à¤° के
केवल 18 फीसदी लोग ही
टीवी पर मैच
देखते है।