समाचार ब्यूरो
20/01/2022  :  11:00 HH:MM
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कार्मिक, डीओपीटी डीएआरपीजी, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के "घर से काम कर रहे" कर्मचारियों और पृथकवास में रह रहे या कोविड-19 से संक्रमित अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम पूछा
Total View  1461

मंत्रालय के 879 में से 60 कर्मचारी हल्के लक्षणों के साथ कोविड संक्रमित, लेकिन अस्पताल में भर्ती का एक भी मामला सामने नहीं आया : डॉ. जितेंद्र सिंह
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कार्मिक डीओपीटी डीएआरपीजी, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के "घर से काम कर रहे" कर्मचारियों और पृथकवास में रह रहे या कोविड-19 से संक्रमित अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की।

उन्होंने इन कर्मचारियों में से प्रत्येक की कुशलक्षेम पूछी और उनसे अपने अनुभव और सुझाव साझा करने को भी कहा।

डॉ. जितेंद्र सिंह बैठक के दौरान इस बात पर संतुष्ट दिखे कि 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी पात्र कर्मचारियों को दोनों खुराक के साथ टीका लगाया गया है। उन्होंने तेजी से फैलते ओमिक्रॉन वायरस के कारण संक्रमण में वृद्धि को देखते हुए उन लोगों से तुरंत टीका लगवाने की एक सामान्य अपील की जिन्हें अभी तक कोविड-19 से बचने का टीका नहीं लगाया गया है।

मंत्री श्री जितेंद्र सिंह को बताया गया कि डीओपीटी के 663 अधिकारियों और कर्मचारियों में से 46 को हल्के लक्षण के साथ संक्रमण हो गया है और उनमें से 20 पहले ही ठीक हो चुके हैं। इसी तरह, कोविड-19 की तीसरी लहर में डीएआरपीजी के 158 में से 8 और पेंशन विभाग के 58 कर्मचारियों में से 6 कर्मचारी संक्रमित हुए, लेकिन अभी तक अस्पताल में भर्ती होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने महामारी के दौरान बिना किसी रुकावट के कार्यालय के कामकाज जारी रखने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयासों, समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कार्य निष्पादन में कहीं कोई कमी नहीं आई है और कुछ मामलों में तो समय की आज़ादी के साथ लक्ष्य उन्मुख कार्य संस्कृति के कारण कार्य निष्पादन में बढ़ोतरी ही हुई है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर लगभग ई-ऑफिस मोड को अपनाने के कारण कुल कार्य निष्पादन भी बेहतर रहा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, वर्क फ्रॉम होम (डब्ल्यूएफएच) के परिणामस्वरूप दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों को सप्ताहांत और छुट्टियों के दौरान भी काम करना पड़ा।






Enter the following fields. All fields are mandatory:-
Name :  
  
Email :  
  
Comments  
  
Security Key :  
   6655513
 
     
Related Links :-
पार्श्वगायक नहीं अभिनेता बनना चाहते थे मुकेश
दिग्गज बॉलीवुड गीतकार देव कोहली का निधन
शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की निगरानी से करायें जांच : सुशील
स्वदेशी गाय की खरीद पर ट्रांसर्पोटेशन और बीमा का खर्च उठाएगी योगी सरकार
शंखनाद अभियान का आगाज करेगी भाजपा
आयकर विभाग की वेबसाइट नये स्वरूप में लाँच
अडानी ने लगायी गुजरात ऊर्जा निगम को 3900 करोड़ रुपए की चपत: कांग्रेस
लखनऊ रामेश्वरम रेल हादसे पर खडगे, राहुल, प्रियंका ने जताया शोक
तमिलनाडु ट्रेन हादसे पर मुर्मु ने जताया शोक
एनडीएमए ने ‘आपदा मित्रों’ को किया सम्मानित