|
नयी दिल्ली/एजल- रेल मंत्रालय ने मिजोरम की राजधानी एजल
के पास सैरांग में बुधवार को एक निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज के गर्डर गिरने के
मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये हैं। इस दुर्घटना में कम से कम 19 श्रमिकों की
मौत की खबर है।
रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने नयी दिल्ली में बताया कि रेलवे पुल के निर्माण का
ठेका जिस कंपनी को दिया गया था, उसकी
कार्यप्रणाली की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनायी जा रही है जिसमें रेलवे
के मुख्य अभियंता, आरडीएसओ के पुल निर्माण विशेषज्ञ और एक
आईआईटी के विशेषज्ञ को शामिल किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि आमतौर पर पुल पर गर्डर लांच करते समय नीचे इतने मजदूर होते
नहीं हैं। जांच से पता चलेगा कि आखिर वहां इतने मजदूर गर्डर के नीचे क्या कर रहे
थे। सूत्रों ने 19 श्रमिकों के मारे जाने की पुष्टि की।
यह दुर्घटना होने पर दिन में सबसे पहले मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने ‘एक्स’
(पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी दी थी। श्री ज़ोरमथांगा ने कहा,
“आइजोल के पास सैरांग में निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज आज ढह गया जिसमें कम से
कम 17 श्रमिकों की मौत हो गई। बचाव कार्य जारी
है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतक के
निकट संबंधी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50,000
रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने शोक संदेश में कहा कि मिजोरम में पुल ढहने
से लोगों की मौत अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों, घायलों और उनके
परिवारों के साथ हैं। मैं उन लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं जिनके
लिए बचाव अभियान चल रहा है।
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने भी कहा कि वह इस त्रासदी से बहुत दुखी हैं। उन्होंने
सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ
होने की कामना की है।
|