शिमला- हिमाचल प्रदेश
के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सड़कें बंद होने की
वजह से प्रदेश भर के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को बहुत सारी परेशानी का
सामना करना पड़ रहा है। सड़कें बंद होने से राशन की आपूर्ति बाधित हुई है, जिसके कारण
लोगों के खाने-पीने के सामान का संकट खड़ा हो गया है।
श्री ठाकुर ने कहा कि सिराज विधान सभा में ही दर्जनों ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जो लंबे समय से
सड़क मार्ग से से कटी हुई है। पिछले हफ़्ते की बारिश में बिजली आपूर्ति प्रभावित
होने की वजह लोग संचार से भी पूरी तरह कट गये थे। दस दिन बाद बिजली आने पर लोगों
ने फ़ोन करके अपनी समस्याएं बताई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बंद होने की वजह
से खाने-पीने के सामान की आपूर्ति ठप है। लंबे समय से रास्ता बंद होने की वजह से
लोगों का राशन ख़त्म हो गया है। इन जगहों पर बहुत ख़राब स्थिति हैं। उन्होंने कहा
कि यह स्थिति किसी एक क्षेत्र की नहीं हैं। कई जगहों से राशन ख़त्म होने की
सूचनाएं मिल रही हैं। राशन के बिना एक दिन का भी गुज़ारा नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति सिर्फ़ एक क्षेत्र की नहीं है, बल्कि पूरे
प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में यही हाल है। सड़कें बंद होने से खाने पीने
की चीजों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और लोगों को खाद्य संकट से जूझना पड़ रहा
है। उन्होंने कहा कि मेरे विधान सभा क्षेत्र के बालीचौकी कुछ इलाक़ा और छतरी इलाक़े
की सभी पंचायतें सड़क मार्ग से कट गई हैं। लगभग दस दिन से बिजली नहीं होने की वजह
से किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा था। ऐसे में कई जगहों पर अपने प्रतिनिधि भेजकर
लोगों का हाल-चाल जानने का प्रयास किया। तब यह बात सामने आई। जयराम ठाकुर ने कहा
कि जिन जगहों पर लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है या जो क्षेत्र लंबे समय से सड़क
मार्ग से कटे हैं, सरकार उन क्षेत्रों की सुध ले। सभी
आपदाग्रस्त क्षेत्र राशन की कमी से जूझ रहे हैं। ज़्यादातर जगहों पर राशन एकदम
ख़त्म हो गया है। इसलिए मैं सरकार से विनम्र आग्रह करता हूँ कि इन जगहों पर किसी
तरह से खाद्य पदार्थों की आपूर्ति सुनिश्चित करे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बरसात के मौसम राशन जल्दी ख़राब हो जाता है। आम लोग
और दुकानदार बारिश के मौसम में राशन को ज़्यादा स्टोर नहीं करते हैं। सड़कें बंद
होने के कारण सप्लाई रुक गई और लोगों का राशन पूरी तरह ख़त्म हो गया है। इसलिए
प्रशासन ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करे और वहां रहने वाले लोगों से संपर्क साध कर
उनकी सुध ले और उन्हें राशन उपलब्ध करवाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि सिर्फ़ राशन ही
नहीं बहुत जगहों पर हफ़्तों से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाई है। इसलिए लोगों को
छतों का पानी पीना पड़ रहा हैं।