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अलीगढ़ - केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी पिछड़ी जातियों को संबल प्रदान करने के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह
के काम को आगे बढ़ा रहे हैं।
श्री सिंह की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये
श्री शाह ने सोमवार को कहा “ बाबू जी (कल्याण
सिंह) पिछड़ों और गरीबों की असीम संवेदना के प्रतीक थे। बाबू जी ने कभी जातिवाद की
बात नहीं की बल्कि पिछड़ी जातियों को संबल प्रदान करने का कार्य किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भारतीय पिछड़ा जाति आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर
पिछड़ी जातियों को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं।”
उन्होने कहा “ वो वक्त था, जब राम भक्तों
का सैलाब अयोध्या में उमड़ पड़ा। लोगों ने दबाव बनाया कि गोलियां चलाकर कार सेवकों
को रोका जाना चाहिए। बाबूजी ने बड़ा निर्णय लिया कि मैं गोली नहीं चलाऊंगा, मैं मुख्यमंत्री
पद त्याग दूंगा। ये बड़ा बलिदान था।”
श्री शाह ने कहा कि पिछड़ा समाज के कल्याण के लिए बाबू जी ने जिन कार्यों की
शुरुआत की थी, 2014 से प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हीं कार्यों
को आगे बढ़ाया है। कांग्रेस ने श्री रामजन्मभूमि के मामले को लटका कर रखा था, जिसका निराकरण
प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में हुआ। गरीब कल्याण, पिछड़ों को
सम्मान और राम मंदिर के अधूरे काम को नौ वर्षों में अंजाम तक पहुंचाने का कार्य
किया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा “ श्रद्धेय कल्याण
सिंह 'बाबू जी' ने तीन लक्ष्यों
पर जोर दिया था। पहला था श्री राम जन्म भूमि आंदोलन को गति देना, दूसरा था गरीब
कल्याण व तीसरा था सामाजिक सद्भाव बिगाड़े बगैर पिछड़े समाज का कल्याण हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबू जी के काम को तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं।
करोड़ों गरीबों के घर पानी, बिजली की
सुविधाएं पहुंचा रहे हैं।”
उन्होंने कहा “ 2014 के लोकसभा चुनाव में जब प्रभारी बनकर
आया था तो मुझे उत्तर प्रदेश का एकदम ज्ञान नहीं था। बाबू जी ने 11
घंटे बैठाकर उत्तर प्रदेश की हर जनपद की बारीकियों से अवगत कराया। हर रोज दो
बार वे फोन पर मार्गदर्शन करते थे। इसके नतीजे ये आए, कि उत्तर प्रदेश
में हर रिकॉर्ड टूट गए। अमित शाह ने कहा, देश के करोड़ों
कार्यकर्ताओं की ओर से बाबू जी को श्रद्धांजलि देता हूं।”
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