नयी दिल्ली - रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि नए भारत में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है और
इसीलिए सरकार काले धन को सफेद करने वालों की ‘धुलाई’ करने में लगी
है।
श्री सिंह ने शनिवार को यहां एक निजी टेलीविजन चैनल के सम्मेलन को संबोधित
करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पिछले एक दशक में नए भारत की इमारत का ढांचा तैयार
किया है और अब उसका लक्ष्य इस इमारत को भव्य रूप देकर भारत को विकसित तथा सशक्त
राष्ट्र बनाना है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि नए भारत में भ्रष्टाचार को जड़ से
मिटाना है और देश में ‘भ्रष्टाचार को
भ्रष्टाचार जीरो’ तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि इस
लक्ष्य को हासिल करने के लिए “सरकार काले धन
को सफेद करने वालों की धुलाई करने में लगी हुई है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के शासन में
अर्थव्यवस्था की जो जमीन तैयार की गई थी वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के 10
वर्षों के शासन में खिसक गई थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जी जान लगाकर
अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की नीतियों पर चलते हुए देश अब हर क्षेत्र में
आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता
हासिल करने के लिए स्वदेशीकरण पर बहुत अधिक जोर दिया जा रहा है और 410
रक्षा उत्पादों की सूची जारी कर इन के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से सेना की क्षमता और विश्वास दोनों बड़े हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि एक समय था जब भारत गुटनिरपेक्ष देशाें में शामिल था
लेकिन उसकी यह नीति कई बार पलायनवादी प्रतीत होती थी। मोदी सरकार अब राष्ट्रीय
जरूरत के अनुसार निर्णय लेती है और हमारी नीति मुद्दों तथा व्यावहारिक सोच पर
आधारित है। भारत की रक्षा और कूटनीति में बड़ा बदलाव आया है जिससे बड़ी बड़ी ताकते
भी हमसे हाथ मिला रही है। उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि एक और रूस हमें एस 4 रक्षा प्रणाली
दे रहा है तो वहीं अमेरिका हमें प्रिडेटर जैसे ड्रोन दे रहा है। उन्होंने कहा कि
अब भारत निर्णय लेते समय यह नहीं सोचता कि कौन देश उसके निर्णय से खुश होगा और कौन
नाराज होगा। रक्षा मंत्री ने 1971 की लड़ाई में
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्णायक फैसलों की भी प्रशंसा की।