पटना - बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल
यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
(एनडीए) की ताबड़तोड़ बैठकों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विपक्षी दलों की बैठक से
एनडीए के लोग परेशान हो गए हैं।
श्री
कुमार ने गुरुवार को दिल्ली से पटना वापस आने पर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत
में कहा, "डॉक्टर से आंख का चेकअप कराने
दिल्ली गये थे। डेढ़ दो साल पहले आंख का ऑपरेशन हुआ था, बीच-बीच
में जाकर आंख का चेकअप कराना होता है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्य
तिथि के अवसर पर कल दिल्ली में हमने उनकी समाधि स्थल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि
अर्पित की। श्रद्धेय अटल जी से हमलोगों का काफी पुराना संबंध रहा है। वे हमको काफी
मानते थे। हमने संसद में कह दिया था कि देश का अगला प्रधानमंत्री अटल बिहारी
वाजपेयी ही बनेंगे। उसके बाद वे पूरे कार्यकाल के लिए देश का प्रधानमंत्री बने।
देश के लिए श्रद्धेय अटल जी ने काफी अच्छा काम किया। उनके साथ अपने रिश्ते को हम
कभी भूल नहीं सकते हैं। जब पहली बार मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उस
समारोह में वे पटना आये थे।"
मुख्यमंत्री
ने स्व. वाजपेयी के समय की एनडीए और अभी की एनडीए में फर्क के सवाल पर कहा कि
एनडीए का गठन ही श्रद्धेय वाजपेयी जी के समय में हुआ था। वर्ष 1996 में हमलोग साथ आ गये थे लेकिन उस समय नामकरण नहीं हुआ था।
वर्ष 1999 में एनडीए नामकरण किया गया। पहले एनडीए की बैठक हमेशा होती
रहती थी लेकिन इधर एनडीए की कोई मीटिंग नहीं होती थी, जब
हमलोग साथ में थे तब भी मीटिंग नहीं होती थी। अब जब विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का गठन
हो गया है तो उनलोगों ने भी एनडीए की बैठक करनी शुरू की है। इससे पहले ये लोग
एनडीए की बैठक नहीं करते थे। विपक्षी एकता की शुरूआत हमने पटना से कराई थी।
विपक्षी दलों की हुई दो मीटिंग के बाद वे लोग परेशान हो गये हैं।