जिलाधिकारी के बालाजी ने जनपद के समस्त अधिकारियों को पत्र प्रेषित करते हुए समस्त कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करते हुए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रदेश सरकार के अधीनस्थ सभी विभागों एवं उससे संबंधित संस्थाओं के प्रत्येक स्तर के ऐसे कार्यालयों में जहां काफी संख्या में कर्मचारियों एवं जनता का आना जाना होता हो कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाएगा। कॉविड हेल्प डेस्क पर एक कर्मचारी की रोस्टर के आधार पर 2 सप्ताह के लिए तैनाती की जाए। 2 सप्ताह की अवधि पूर्ण होने पर दूसरे कर्मचारी को तैनात किया जाएद्य हेल्प डेस्क पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारियों को कोविड-19 के लिए अपेक्षित सामान्य जानकारी से भी भिज्ञ किया जाए।
उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मचारी के द्वारा नियमित रूप से मास्क एवं ग्लब्स पहना जाएगा तथा आगंतुकों से संपर्क करते समय न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाए रखने की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर एवं पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ,लक्षणत्मक लोगों के ऑक्सीजन सैचुरेशन की जांच पल्स ऑक्सीमीटर से की जाए इस हेतु संबंधित कर्मी को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाए इसकी रीडिंग 94 से कम आने पर प्रकरण मुख्य चिकित्सा अधिकारी व निकट सीएससी, जिला चिकित्सालय को संदर्भित किया जाए।उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रयोग के पश्चात पल्स ऑक्सीमीटर को हाइड्रोजन पराक्साइड से भी विसंक्रमित किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क द्वारा सभी कर्मचारियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने एवं इसका सक्रिय उपयोग करने हेतु प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क के द्वारा स्क्रीनिंग के दौरान चिन्हित खांसी, बुखार ,सांस लेने में परेशानी व गले में खराश से पीड़ित व्यक्तियों की सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग के जनपदीय नियंत्रण कक्ष को दी जाए।