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कोलंबो - श्रीलंका ने इजरायल और भारत के साथ त्रिपक्षीय सहयोग के तहत
प्रस्तावित परियोजनाओं में तेजी लाने का फैसला किया है। विदेश मंत्री अली साबरी ने
गुरुवार को यह जानकारी दी। डेली मिरर ने विदेश मंत्री साबरी के हवाले से
कहा कि उन्होंने श्रीलंका में इजरायल के राजदूत नोर गिलोन के साथ बातचीत की और
द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। श्रीलंका में भारत के राजदूत हाल ही में इजरायल
की 75 साल की आजादी का जश्न मनाने के लिए कोलंबो में मौजूद थे।
विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने पर्यटन के लिए
त्रिपक्षीय सहयोग और कोलंबो तथा तेल अवीव के बीच हवाई संपर्क की स्थापना के तहत
परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर चर्चा की। भारत और इज़रायल श्रीलंका में कृषि
क्षेत्र के विकास में संयुक्त रूप से निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
कृषि मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग के
लिए इज़राइल की एजेंसी के सहयोग से श्रीलंका में कृषि में उत्कृष्टता केंद्र
स्थापित करने के लिए यह कदम उठाया है। सूत्रों के अनुसार इजरायल ज्ञान और कृषि
प्रौद्योगिकियों को साझा करके तकनीकी सहायता प्रदान करेगा, जबकि भारत श्रीलंका को
वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सहमत हो गया है। कृषि मंत्रालय ने फलों, आलू, गैर-चावल अनाज, सब्जियों और तेल फसलों की
खेती के विकास के लिए पांच स्थानों - होराना, सीता-एलिया, महालुप्पल्लमा, अंगुनुकोलापेलेस और गन्नोरुवा की पहचान की है।
इससे पहले, कोलंबो में इजरायल के राजदूत ने स्वतंत्रता के
अवसर पर आयोजित स्वागत समारोह में अपनी टिप्पणी करते हुए कहा, “हम श्रीलंका के लोगों के
साथ इजराइल का राष्ट्रीय दिवस मनाकर खुश हैं।”
उन्होंने कहा, “यह बेहद खास है क्योंकि इस साल दोनों देश आजादी
के 75 साल मना रहे हैं। मुझे विश्वास है कि विभिन्न क्षेत्रों में हमारा द्विपक्षीय
सहयोग आने वाले वर्षों में बढ़ता और फलता-फूलता रहेगा। मुझे यह घोषणा करते हुए
खुशी हो रही है कि हमने श्रीलंका में इजरायल के नए मानद कौंसल दिनेश रोड्रिगो को
नियुक्त किया है,जो हमारे संबंधों को और गहरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। हम भारत जैसे
देशों के साथ त्रिपक्षीय सहयोग के अवसरों की भी तलाश कर रहे हैं, जो हमारा स्वाभाविक साझेदार
और घनिष्ठ मित्र है।”
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