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चीन की ओर से वायरस पर जीत की घोषणा करने और एक शून्य-कोविद रणनीति से पीछे हटने के बाद आई है जिसने इसकी अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई है।
बीजिंग- चीन तीन वर्ष
पहले कोविड महामारी फैलने के बाद पहली बार विदेशी पर्यटकों को वीजा जारी करना फिर
से शुरू कर रहा है। प्रतिबंधों में बड़ी ढील चीन की ओर से वायरस पर जीत की घोषणा करने और एक
शून्य-कोविद रणनीति से पीछे हटने के बाद आई है जिसने इसकी अर्थव्यवस्था को चोट
पहुंचाई है।
गौरतलब है कि 28 मार्च 2020 को चीन के
दुनिया के लिए बंद होने से पहले जारी किए गए वैध वीजा को 15 मार्च से लागू
किया जाएगा।
क्रूज जहाजों के लिए हैनान द्वीप और शंघाई में वीजा-मुक्त प्रवेश फिर से शुरू
होगा।
हांगकांग और मकाऊ के टूर समूहों को वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जबकि विदेशों
में चीनी कांसुलर कार्यालय भी वीज़ा आवेदनों की प्रक्रिया फिर से शुरू करेंगे।
कोविड से निपटने के लिए लगाए गए पिछले सीमा-पार प्रतिबंधों को हटाना महामारी
के बाद चीन में सामान्य जीवन की बहाली की दिशा में एक बड़ा कदम है। सभी बदलाव 15 मार्च से
प्रभावी होंगे।
महामारी से पहले हर साल लाखों अंतरराष्ट्रीय पर्यटक चीन आते थे, और इसके पर्यटन
उद्योग को सख्त कोविड विरोधी उपायों से कड़ी टक्कर मिली है।
विश्लेषकों का कहना है कि देश अपनी सीमाओं को फिर से खोलने के बाद
अंतरराष्ट्रीय आवक में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है।
चीनी नागरिकों को पहले के 20 से बढ़ाकर 60 देशों के भ्रमण समूहों पर यात्रा करने की
अनुमति दी जाएगी।
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