समाचार ब्यूरो
24/05/2022  :  16:45 HH:MM
मंत्री उद्योग विभाग बिहार सरकार की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना,जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना तथा एसआईबीपी की समीक्षात्मक बैठक आयोजित
Total View  760


मंत्री उद्योग विभाग बिहार सरकार सैयद शाहनवाज हुसैन की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना,जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना तथा एसआईबीपी की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा पी0पी0टी0 के माध्यम तीन वर्षों का लक्ष्य एवं उपलब्धि बताया गया जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम जो वर्ष 2014 से लागू हुआ इस योजना के तहत अधिकतम पच्चीस लाख रुपए का ऋण दिया जाता है, जिसमें अनुदान के रूप में अधिकतम 35 प्रतिशत राशि दिया जाता है इस योजना का लाभ लेने हेतु आधार कार्ड, पैन कार्ड, योग्यता प्रमाण पत्र (न्यूनतम आठवीं पास होनी चाहिए), जाति प्रमाण पत्र, फोटो, योजना प्रमाण प्रतिवेदन की आवश्यकता होती है। इस योजना के तहत लाभार्थी संदीप कुमार द्वारा पंद्रह लाख की परियोजना लागत से मुर्गी दाना का उद्योग जिले में शुरूआत किया गया हैं,इस योजना का लाभ पाकर इन्होंने पाँच श्रमिकों को रोजगार दिया साथ ही लाभार्थी का स्वावलंबी एवं आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुआ है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना वर्ष 2018 से लागू हुआ इस योजना के तहत अधिकतम दस लाख रुपए का ऋण दिया जाता है जिसमें अनुदान के रूप में अधिकतम 50प्रतिशत राशि दिया जाता है तथा शेष 50 प्रतिशत राशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने हेतु आधार कार्ड, पैन कार्ड, योग्यता प्रमाण पत्र (न्यूनतम 12वीं/या समकक्ष पास होनी चाहिए) जाति प्रमाण पत्र, फोटो, बिहार के नागरिक होना आवश्यक है,उद्योग के नाम से चालू खाता होना आवश्यक है, इन कागजातों की आवश्यकता होती है। इस योजना के तहत लाभार्थी नरेंद्र राम द्वारा दस लाख की परियोजना लागत से गेट ग्रिल उद्योग स्थापित किया गया जिसमें उन्होंने दो श्रमिकों को रोजगार दिया इस योजना का लाभ पाकर लाभार्थी गेट ग्रिल एवं कृषि यंत्र बनाते हैं जिले में अन्य उद्यमी लाभार्थी सत्यनारायण चौधरी बल्लीगढ़ रुनीसैदपुर द्वारा पता प्लेट उद्योग, चेतन कुमार मधुबन गोट बाजपट्टी से दाल मिल उद्योग, शोभा कुमारी भवदेपुर गोट रीगा से रेडीमेड गारमेंट्स से संबंधित उद्योग, मोहम्मद अमजद आलम मुरहा घाट मेजरगंज से फर्नीचर उद्योग स्थापित कर 20 श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। साथ ही जिले में और उद्यमी लाभार्थियों द्वारा भी उद्योग पाकर बेरोजगारों को रोजगार सृजन किया जा रहा है। जिला नव प्रवर्तन क्लस्टर योजना कोविड-19 के दौरान प्रवासी श्रमिकों के लिए लागू की गई थी जो कोविड काल में वापस अपने घर आए थे इस योजना का उद्देश्य प्रवासी श्रमिकों को यहीं पर रोजगार उपलब्ध कराना था,जो यहाँ रहकर अपने जीविकोपार्जन के लिए अपना उद्योग स्थापित कर सके। इस योजना के तहत अधिकतम दस लाख रुपये का ऋण दिया जाता है जिसमें पाँच लाख मशीन हेतु तथा शेष राशि कार्यशील पूंजी के रूप में दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने हेतु आधार कार्ड, प्रवासी होने का प्रमाण (कोविड-19 के दौरान क्वॉरेंटाइन होने से संबंधित कागजात) आवश्यक है। इस योजना के तहत बाजपट्टी एवं बोखरा प्रखंड में रेडीमेड वस्त्र का उत्पादन किया जा रहा है साथ ही बथनाहा प्रखंड में चमड़े का जूता चप्पल उत्पादन किया जाता है। तथा सुप्पी प्रखंड में पेवर ब्लॉक का उत्पादन किया जा रहा है। एसआईबीपी के तहत जिले में 12 लाभुकों के आवेदन पर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। माननीय मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत विकास कुमार, हनुमान कुमार, मनोज कुमार, महिला उद्यमी सोनी कुमारी, अति पिछड़ा वर्ग से मनोज कुमार, दिवेश कुमार उद्यमियों से संवाद कर योजनाओं की जानकारी ली गई एवं योजनाओं के बारे में लाभार्थी उद्यमियों की जानकारी से मंत्री खुश हुए। सभी लाभार्थियों द्वारा योजनाओं का लाभ पाकर कर काफी खुशी व्यक्त किया गया, तथा इन योजनाओं से बेरोजगारों के लिए रोजगार सृजन करने का बेहतर कार्य बताया गया। माननीय मंत्री द्वारा जिले में जल्द ही सभी आदमियों के साथ उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा उन्होंने बैंकों को ज्यादा से ज्यादा लक्ष्य प्राप्ति की ओर निर्देश दिया गया। बैठक में माननीय मंत्री एवं जनप्रतिनिधियो तथा जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा नवप्रवर्तन क्लस्टर योजना के तहत बोखरा रेडीमेड से उत्पादित वस्तुओं का निरीक्षण किया गया उन तथा उनके कार्यों की काफी सराहना की गई,एवं बधाई दी गई। माननीय मंत्री द्वारा आने वाली कठिनाइयों को दूर करते हुए रोजगार सृजन के लिए जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त तथा सभी प्रखंडों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जीविका के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए ताकि वृहद क्लस्टर के रूप में जिला को विकसित किया जाए। साथ ही स्थानीय कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा दिया जाए ताकि स्थानीय किसान इससे लाभान्वित हो सके एवं उत्पादित वस्तुओं के लिए बाजार की व्यवस्था की जाए ताकि उत्पादकों द्वारा आसानी से सामान बिक्री किया जा सके। बैठक के अंत में जिला पदाधिकारी द्वारा माननीय मंत्री को आश्वस्त किया गया कि जल्द ही संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में उद्योग का विस्तार किया जाएगा। उक्त बैठक में सांसद सीतामढ़ी सुनील कुमार पिंटू, विधान परिषद सदस्या रेखा कुमारी, विधानसभा सदस्य मिथिलेश कुमार, विधानसभा सदस्य रुनीसैदपुर पंकज मिश्रा, माननीय विधानसभा सदस्य बथनाहा अनिल कुमार,जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा, उप विकास आयुक्त विनय कुमार, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र बिजेंद्र कुमार,जिला उद्योग विस्तार पदाधिकारी ललित कुमार , हरीश कुमार, एलडीएम लालबाबू पासवान, आरसेटी निदेशक सुनील कुमार महतो एवं जिले के सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।






Enter the following fields. All fields are mandatory:-
Name :  
  
Email :  
  
Comments  
  
Security Key :  
   5334458
 
     
Related Links :-
पार्श्वगायक नहीं अभिनेता बनना चाहते थे मुकेश
दिग्गज बॉलीवुड गीतकार देव कोहली का निधन
शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की निगरानी से करायें जांच : सुशील
स्वदेशी गाय की खरीद पर ट्रांसर्पोटेशन और बीमा का खर्च उठाएगी योगी सरकार
शंखनाद अभियान का आगाज करेगी भाजपा
आयकर विभाग की वेबसाइट नये स्वरूप में लाँच
अडानी ने लगायी गुजरात ऊर्जा निगम को 3900 करोड़ रुपए की चपत: कांग्रेस
लखनऊ रामेश्वरम रेल हादसे पर खडगे, राहुल, प्रियंका ने जताया शोक
तमिलनाडु ट्रेन हादसे पर मुर्मु ने जताया शोक
एनडीएमए ने ‘आपदा मित्रों’ को किया सम्मानित