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पटना सिटी के अंचल चौक मेंसिक्षा विभाग की उदािीनता का जीता जागता
उदाहरण। प्राथममक विद्यालय का इि श्रेत्र मेंअभाि हैपरन्तुजो विद्यालय भारत
केआजादी केिमय िेचलता आरहा था उिको भी दुिरेविद्यालय मेंविलय करने
की तैयारी चलरही है। िरकारद्वारा फरमान तो जारी येहुआवक जजि विद्यालय का
अपना भिन नहीं िैिेविद्यालय दुिरेभिन िालेविद्यालय मेंजाएंगेपरन्तुचौक
अंचलका नेहरूसचल्ड्रेन कविर मठ प्रा० विद्यालय को अपना भिन रहतेहुए जिरन
विद्यालय प्रधानाध्यापक केद्वारा मवहला चर्ाािममवत मध्य विद्यालय मेंलेजाया
गया। ज्ञात हो वक। विद्यालय मेंमुलभूत िुविधा केरहतेहुए। अपनेपोषक श्रेत्र िेदुर
विद्यालय स्थानांतररत कर ददया गया (िार्ा65 िेहटा कर िार्ा60 मेंकर ददया
गया)और मुल विद्यालय मेंविद्यालय प्रधान द्वारा ताला लगा ददया गया है। इि काया
मेंविद्यालय अिर वनरीक्षक वक ममलीभगत िाफ तौर पर नजर आती हैइि जनता
विरोधी कायाकीिुचना उपमुख्यमंत्रीिेलेकर सिक्षा विभाग केवनदेि, जजला सिक्षा
पदामधकारी, जजला कायाक्रम पदामधकारी,एि र्ी ओ पटना सिटी को ददया गया
परन्तुअफिरिाही इतना िक्ततिाली हैवक ित्ता मेंिैठेलोगों की िात भी येनहीं
िुनते। चार महीनेिेपुिापाषाद प्रतीमा यादि द्वारा िुसचत वकया गया परन्तुकोई
कारािाई नहीं हुई। िच्चों केमुल अमधकारों का हनन हो रहा है। मगर तंत्रिोया हैअि
िार्ा65 की जनता नेतय वकया हैकेचरण िध आंदोलन कर इन ििको िेनकाि
वकया जायेगा।
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