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à¤à¤• अकेली मां और घर की à¤à¤• मातà¥à¤° कमाई करने वाली नà¥à¤—ोयà¥à¤®à¤¯à¥à¤®à¤¯à¤¾à¤‚ग को अपने परिवार को संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ के लिठकई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उनके परिवार में à¤à¤• बेटा और à¤à¤• बेटी है। वह अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के तिरप जिले के लाजू गांव में रहती हैं और ओलो समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की हैं। पति की अचानक मृतà¥à¤¯à¥ के बाद, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सहसा अहसास हà¥à¤† कि उनके परिवार की आय समापà¥à¤¤ होने के कगार पर पहà¥à¤‚च गई है। उनके पति छोटी-मोटी दैनिक मजदूरी करके परिवार में à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° कमाने वाले थे। नà¥à¤—ोयà¥à¤®à¤¯à¥à¤®à¤¯à¤¾à¤‚ग के पास अब परिवार का à¤à¤°à¤£-पोषण करने के लिठपैसे नहीं थे। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥‹à¤œà¤¨ और शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में à¤à¥€ कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन कठिनाई से गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤ à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हार नहीं मानी और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अचà¥à¤›à¥‡ दिनों की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ थी।
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पता नहीं था कि वह जीवनयापन के लिठकà¥à¤¯à¤¾ कर सकती है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह अशिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ थी और उनकी कमाई का मà¥à¤–à¥à¤¯ जरिया à¤à¥‚म खेती थी। जिससे वह केवल à¤à¥‹à¤œà¤¨ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ कर सकती थी लेकिन उचित गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शिकà¥à¤·à¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं कर सकती थीं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने महसूस किया कि अगर उनके बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को उचित शिकà¥à¤·à¤¾ नहीं मिलेगी, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, जिनसे वह गà¥à¤œà¤° रही हैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ à¤à¤¨à¤ˆà¤†à¤°à¤¸à¥€à¤†à¤°à¤à¤®à¤à¤¸ की à¤à¤¨à¤ˆà¤†à¤°à¤¸à¥€à¤“आरà¤à¤®à¤ªà¥€ परियोजना के बारे में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• छोटी-छोटी जानकारियों को अधिक से अधिक सीखना शà¥à¤°à¥‚ किया। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परियोजना से à¤à¤• विचार आया और à¤à¤• गाय के लिठà¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ लेकर आई। à¤à¤¨à¤ˆà¤†à¤°à¤¸à¥€à¤†à¤°à¤à¤®à¤à¤¸ के माधà¥à¤¯à¤® से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दो गायें मिलीं और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गायों की संखà¥à¤¯à¤¾ बढ़ाने का फैसला किया।
इन वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में, नà¥à¤—ोयà¥à¤®à¤¯à¥à¤®à¤¯à¤¾à¤‚ग का जीवन बेहतर होता चला गया । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दो गायों से शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की और अब उनके पास दस से अधिक गायें हैं। वह गाय को बेचकर पैसा कमाया, और गाय के गोबर से खाद बनाकर मिटà¥à¤Ÿà¥€ की उरà¥à¤µà¤°à¤¤à¤¾ और फसल की पैदावार में सà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठजैविक परà¥à¤¦à¤¾à¤¥à¥‹à¤‚ का à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ सà¥à¤°à¥‹à¤¤ à¤à¥€ तैयार किया।
चूंकि कृषि आय का मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है, इसलिठगाय का गोबर उनके जीवन में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है; नतीजतन, उनके सबà¥à¤œà¥€ की खेतों में गाय की खाद की मदद से पूरे साल फसलों की उगाना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया। पहले मिटà¥à¤Ÿà¥€ उपजाऊ नहीं थी और सबà¥à¤œà¥€ की खेती के लिठखराब थी इसलिठउतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ बेहद कम हो रहा था।
उनके पास अब à¤à¤• बेहतर जीवन सà¥à¤¤à¤° है और अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥‹à¤œà¤¨ और अचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ धन है। वह जीवन में कà¤à¥€ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ नहीं खोती है और लगातार अपनी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के तरीकों के तलाश में रहती है।
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