à¤à¤¾à¤°à¤¤ खादà¥à¤¯ तेलों के सबसे बड़े आयातकों में शà¥à¤®à¤¾à¤° है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देश का उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ घरेलू मांग को पूरा करने में सकà¥à¤·à¤® नहीं है। मांग और आपूरà¥à¤¤à¤¿ के बीच के अंतर को पूरा करने के लिठदेश को मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से आयात पर निरà¥à¤à¤° रहना पड़ता है। देश में खादà¥à¤¯ तेलों की कà¥à¤² खपत का करीब 56-60 फीसदी आयात करना पड़ता है। वैशà¥à¤µà¤¿à¤• उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ में कमी और निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤• देशों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ शà¥à¤²à¥à¤•à¥‹à¤‚ या करों में बà¥à¥‹à¤¤à¤°à¥€ किठजाने के कारण खादà¥à¤¯ तेलों की अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कीमतों में वृदà¥à¤§à¤¿ की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ देखी गई है इसलिà¤, खादà¥à¤¯ तेलों की घरेलू कीमतें आयातित तेलों की कीमतों से निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ होती हैं।
चूंकि घरेलू कीमतें अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कीमतों के रà¥à¤à¤¾à¤¨ से नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ होती हैं, इसलिठदेश में खादà¥à¤¯ तेलों के दाम पिछले à¤à¤• साल से काफी उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° पर रहे हैं, जोकि सरकार के लिठचिंता का à¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कारण रहा है। कीमतों पर लगाम लगाने और अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ महंगाई से जूठरहे उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को राहत दिलाने के लिठसरकार ने कई कदम उठाठहैं। पिछले à¤à¤• साल से खाने के तेल की कीमतों में लगातार हो रही बà¥à¥‹à¤¤à¤°à¥€ को देखते हà¥à¤ कचà¥à¤šà¤¾ पाम तेल, कचà¥à¤šà¤¾ सोयाबीन तेल और कचà¥à¤šà¤¾ सूरà¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी तेल पर बेसिक डà¥à¤¯à¥‚टी यानी आधारà¤à¥‚त शà¥à¤²à¥à¤• 2.5 फीसदी से घटाकर शूनà¥à¤¯ कर दी गई है। इन तेलों पर कृषि उपकर कचà¥à¤šà¥‡ पाम तेल के लिठ20 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी और कचà¥à¤šà¥‡ सोयाबीन तेल और कचà¥à¤šà¥‡ सूरजमà¥à¤–ी तेल के लिठ5 फीसदी कर दिया गया है।
शà¥à¤²à¥à¤•à¥‹à¤‚ में की गई उपरà¥à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ कटौती के बाद कचà¥à¤šà¥‡ पाम तेल पर कà¥à¤² आयात शà¥à¤²à¥à¤• अब 7.5 फीसदी और कचà¥à¤šà¥‡ सोयाबीन तेल और कचà¥à¤šà¥‡ सूरजमà¥à¤–ी तेल पर 5 फीसदी है। आरबीडी पामोलिन तेल पर आधारà¤à¥‚त शà¥à¤²à¥à¤• हाल ही में 17.5 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से घटाकर 12.5 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ कर दिया गया है। रिफाइंड सोयाबीन और रिफाइंड सूरà¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी तेल पर आधारà¤à¥‚त शà¥à¤²à¥à¤• 32.5 फीसदी से घटाकर 17.5 फीसदी कर कर दिया गया है। कटौती से पहले, सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कचà¥à¤šà¥‡ खादà¥à¤¯ तेलों पर कृषि अवसंरचना उपकर 20 फीसदी था। कटौती के बाद पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ आयात शà¥à¤²à¥à¤• कचà¥à¤šà¥‡ पाम तेल पर 8.25 फीसदी, जबकि कचà¥à¤šà¥‡ सोयाबीन तेल और कचà¥à¤šà¥‡ सूरà¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी तेल में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पर 5.5 फीसदी है।
पाम तेल, सूरजमà¥à¤–ी तेल और सोयाबीन तेल पर आयात शà¥à¤²à¥à¤• को यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¸à¤‚गत बनाने के अलावा, à¤à¤¨à¤¸à¥€à¤¡à¥€à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸ पर सरसों तेल में वायदा कारोबार को निलंबित कर दिया गया है और तेल व तिलहनों पर सà¥à¤Ÿà¥‰à¤• सीमा लगा दी गई है। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कमोडिटी की कीमतें उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° पर होने के बावजूद, केंदà¥à¤° सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठगठहसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ªà¥‹à¤‚ के साथ-साथ राजà¥à¤¯ सरकारों की सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤—ीदारी के कारण खादà¥à¤¯ तेलों की कीमतों में कमी आई है। हालांकि, खादà¥à¤¯ तेल की कीमतें पिछले साल की समान अवधि की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अधिक हैं लेकिन अकà¥à¤Ÿà¥‚बर के बाद से गिरावट की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ देखी जा रही है। वहीं, सरकार आयात पर निरà¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ कम करने के लिठदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• खादà¥à¤¯ तेलों, विशेष रूप से चावल की à¤à¥‚सी के तेल यानी राइस बà¥à¤°à¤¾à¤¨ ऑयल का उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की दिशा में कदम उठा रही है।
विà¤à¤¾à¤— नियमित रूप से तेल उदà¥à¤¯à¥‹à¤— संघों और बाजार के अगà¥à¤°à¤£à¥€ कारोबारियों के साथ बातचीत कर रहा है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिकतम खà¥à¤¦à¤°à¤¾ कीमत यानी à¤à¤®à¤†à¤°à¤ªà¥€ में कटौती करने के लिठमनाया गया है जिससे अंतिम उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को शà¥à¤²à¥à¤• में कमी का लाठमिलेगा। देशà¤à¤° के 167 मूलà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ के रà¥à¤à¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, देश के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– खà¥à¤¦à¤°à¤¾ बाजारों में खादà¥à¤¯ तेल की कीमतों में 5 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ से 20 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ किलोगà¥à¤°à¤¾à¤® की à¤à¤¾à¤°à¥€ गिरावट आई है। अदानी विलमर और रà¥à¤šà¤¿ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤œ सहित पà¥à¤°à¤®à¥à¤– खादà¥à¤¯ तेल कंपनियों ने कीमतों में 15-20 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लीटर की कटौती की है। जिन अनà¥à¤¯ कंपनियों ने खादà¥à¤¯ तेलों की कीमतों में कटौती की है, उनमें जेमिनी à¤à¤¡à¤¿à¤¬à¤²à¥à¤¸ à¤à¤‚ड फैटà¥à¤¸ इंडिया, हैदराबाद, मोदी नेचà¥à¤°à¤²à¥à¤¸, दिलà¥à¤²à¥€, गोकà¥à¤² री-फॉयल à¤à¤‚ड सॉलà¥à¤µà¥‡à¤‚ट, विजय सॉलà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤¸, गोकà¥à¤² à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ रिसोरà¥à¤¸à¥‡à¤œ और à¤à¤¨.के. पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤‚स शामिल हैं।
विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ खादà¥à¤¯ तेलों की कीमतों को नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठसरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उठाया गया हालिया कदम सोयामील को लेकर है। सोयामील पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ का à¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है और पशà¥à¤§à¤¨ के चारे में इसका लगà¤à¤— 30 फीसदी योगदान है। सोयामील को आवशà¥à¤¯à¤• वसà¥à¤¤à¥ अधिनियम, 1955 की अनà¥à¤¸à¥‚ची में शामिल करके इस पर सà¥à¤Ÿà¥‰à¤• सीमा लगा दी गई है जो 23 दिसंबर, 2021 से जून 2022 तक रहेगी। इससे कीमतों में नरमी आà¤à¤—ी और आपूरà¥à¤¤à¤¿ में सà¥à¤§à¤¾à¤° होगा। सरकार ने दिसंबर 2022 तक à¤à¤• वरà¥à¤· की अवधि के लिठसà¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• वसà¥à¤¤à¥à¤“ं में वायदा कारोबार को à¤à¥€ निलंबित कर दिया है।
सरकार ने खादà¥à¤¯ तेलों के मामले में आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिठकà¥à¤› दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• और मधà¥à¤¯à¤® अवधि की योजनाà¤à¤‚ à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ की हैं। पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और अंडमान और निकोबार दà¥à¤µà¥€à¤ª समूह को विशेष रूप से केंदà¥à¤° में रखकर हाल ही में खादà¥à¤¯ तेलों पर राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिशन-पाम ऑयल (à¤à¤¨à¤à¤®à¤ˆà¤“-ओपी) à¤à¤• नई केंदà¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ योजना शà¥à¤°à¥‚ की गई है। खादà¥à¤¯ तेलों के आयात पर अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• निरà¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ के कारण, खादà¥à¤¯ तेलों के घरेलू उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ था, जिसमें पाम तेल का बà¥à¤¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¤¤à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है।
कà¥à¤² मिलाकर, आयात शà¥à¤²à¥à¤• में कटौती और जमाखोरी आदि पर अंकà¥à¤¶ लगाने के लिठसà¥à¤Ÿà¥‰à¤• सीमा लगाने जैसे अनà¥à¤¯ कदमों से सà¤à¥€ खादà¥à¤¯ तेलों की घरेलू कीमतों में नरमी लाने में मदद मिली है और उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को काफी राहत मिली है।