|
हाल ही में डीजीजीआई दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤› फरà¥à¤œà¥€ फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के खिलाफ मामला दरà¥à¤œ किया गया था, जो अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर मौजूद नहीं थीं। इन फरà¥à¤œà¥€ फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• लोगों के बारे में जानने के लिà¤, जीà¤à¤¸à¤Ÿà¥€ रिटरà¥à¤¨ दाखिल करने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से इनके ठिकाने की जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की गई। फिर दिलà¥à¤²à¥€ में उस परिसर में 06.01.2022 को तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान, यह पाया गया कि मालिक अपने वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ खातों को बनाठरखने के लिठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤•à¥‹à¤‚ को अपने सरà¥à¤µà¤° पर 'कà¥à¤²à¤¾à¤‰à¤¡ सà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤œ' की सेवाà¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में लगा हà¥à¤† है। à¤à¤• संदिगà¥à¤§ सरà¥à¤µà¤° की जांच करने पर टैली डेटा में कà¥à¤› फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ का विवरण मिला। मालिक दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह बताया गया कि इस टैली डेटा को कोलकाता सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• सिंडिकेट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रखरखाव किया जा रहा है। इन वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पते का विवरण पà¥à¤°à¥‹à¤ªà¤°à¤¾à¤‡à¤Ÿà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया गया था और फिर 10.01.2022 को कोलकाता में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परिसरों में तलाशी ली गई।
तलाशी के दौरान मोबाइल फोन, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ चेक बà¥à¤•, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के टिकट और सिम कारà¥à¤¡ सहित à¤à¤¾à¤°à¥€ मातà¥à¤°à¤¾ में आपतà¥à¤¤à¤¿à¤œà¤¨à¤• दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ बरामद किठगà¤à¥¤ इन वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤¨à¤¿à¤• उपकरणों, दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œà¥‹à¤‚, मोबाइल और ई-मेल का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ करने पर, यह पाया गया कि ये वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलà¥à¤²à¥€ के परिसर में पाठगठसरà¥à¤µà¤° पर दूरसà¥à¤¥ रूप से डेटा का रखरखाव कर रहे हैं।
टैली डेटा की जांच से पता चला है कि इस सिंडिकेट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 636 फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ का संचालन किया जा रहा है। सिंडिकेट के मासà¥à¤Ÿà¤°à¤®à¤¾à¤‡à¤‚ड ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया है कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इन फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ में केवल चालान जारी किठहैं और उनके लिठकिसी à¤à¥€ सामान की आपूरà¥à¤¤à¤¿ नहीं की है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लगà¤à¤— 4,521 करोड़ रà¥à¤ªà¤ के कर योगà¥à¤¯ मूलà¥à¤¯ वाले चालान जारी किठहैं, जिसका लगà¤à¤— 741 करोड़ रà¥à¤ªà¤ का आईटीसी निहितारà¥à¤¥ है।
जांच के दौरान इन फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के आईटीसी खाता बही में उपलबà¥à¤§ आईटीसी के बदले जीà¤à¤¸à¤Ÿà¥€ की राशि 4.52 करोड़ रà¥à¤ªà¤ जमा करवाठगठहैं। इसके अलावा, अब तक इन फरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ बैंक खातों में पड़े लगà¤à¤— 7 करोड़ को फà¥à¤°à¥€à¤œ कर दिया गया है। पूरे रैकेट के मासà¥à¤Ÿà¤°à¤®à¤¾à¤‡à¤‚ड को 13.01.2022 को गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
|