यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ और रूस के बीच चल रहे गृह यà¥à¤¦à¥à¤§ की दहशत हरदोई तक है। हरदोई की दो बेटियां यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ की पढ़ाई कर रही हैं। यà¥à¤¦à¥à¤§ से उनके परिजनों में दहशत है। हरदोई शहर के रेलवे गंज के रहने वाले डॉ. डीपी सिंह की बेटी अपेकà¥à¤·à¤¾ सिंह यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के खरकी शहर में नेशनल खरकी यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ में à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ की छातà¥à¤°à¤¾ है।
डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि अगसà¥à¤¤ 2016 में बेटी का à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में कराया था। कहा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने परिवार को à¤à¤—वान को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया है, वो जैसा à¤à¥€ करेगा उचित ही करेगा। बताया कि उनकी बेटी बड़ी है और à¤à¤• छोटा बेटा अविरल सिंह है जो दिलà¥à¤²à¥€ में बायो टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ का छातà¥à¤° है।
बताया दोपहर करीब दो बजे उनकी बेटी से बात हà¥à¤ˆ तब वो मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ में थी। यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में इमरजेंसी लगी है। यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ में ऑनलाइन कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥‡à¤œ चल रही हैं। बेटी सकà¥à¤¶à¤² है, अब उसका 5 महीने का ही कोरà¥à¤¸ बाकी रह गया है। डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि उनकी बेटी ने कहा है या तो डिगà¥à¤°à¥€ लेकर आà¤à¤‚गे या मर कर।
जिसके बाद से परिजनों की आà¤à¤–े à¤à¤° आई साथ ही à¤à¤¯ का माहौल à¤à¥€ जग गया है।
अपेकà¥à¤·à¤¾ के अलावा हरदोई के सांडी बà¥à¤²à¥‰à¤• के रहने वाले महेंदà¥à¤° यादव जो पूरà¥à¤µ बà¥à¤²à¥‰à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– रहे हैं, उनकी बेटी वैशाली à¤à¥€ वहां फंसी हà¥à¤ˆ है। वैशाली तेरा पà¥à¤°à¤¸à¥Œà¤²à¥€ की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ है और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ कर रही हैं व वहां फंसी हà¥à¤ˆ हैं।