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लाहौर- पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में लाहौर की à¤à¤• अदालत ने
गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शहबाज शरीफ और उनके पà¥à¤¤à¥à¤° हमजा शहबाज की सात अरब रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के
धन शोधन मामले में बरी कर दिया।
जियो नà¥à¤¯à¥‚ज ने अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ में यह जानकारी दी।
अदालत ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को हमज़ा, नà¥à¤¸à¤°à¤¤ शहबाज़
(पतà¥à¤¨à¥€), जवेरिया अली (पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€), मà¥à¤¹à¤®à¥à¤®à¤¦ उसà¥à¤®à¤¾à¤¨, मसरूर अनवर, शोà¤à¤¬ क़मर, कासिम कयà¥à¤¯à¥‚म, राशिद करामत, अली अहमद और
निसार अहमद सहित सà¤à¥€ सह-आरोपियों के साथ बरी कर दिया।
अदालत ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शहबाज की पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ राबिया इमरान के लिठसà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€
वारंट जारी किया, जिसे मामले में à¤à¤—ोड़ा घोषित किया गया
था।
मीडिया रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯
जवाबदेही बà¥à¤¯à¥‚रो (à¤à¤¨à¤à¤¬à¥€) आरोपियों के खिलाफ जब कोई सबूत पेश करने में नाकाम रहे, तब उन आरोपियों
ने खà¥à¤¦ को बरी करने की मांग करते हà¥à¤ याचिकाà¤à¤‚ दायर की। à¤à¤¨à¤à¤¬à¥€ जांचकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने à¤à¥€
पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ की कि कोई सबूत नहीं मिला। इस महीने की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में अदालत ने इस फैसले की
घोषणा की और कहा कि उनके पास आरोपियों को बरी करने के अलावा कोई अनà¥à¤¯ विकलà¥à¤ª नहीं
है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¨à¤à¤¬à¥€ ने कहा है कि उनके खिलाफ
कोई सबूत नहीं है।
गौरतलब है कि à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° विरोधी निगरानी संसà¥à¤¥à¤¾ ने 2018
से जारी जांच के लिठअगसà¥à¤¤ 2020 में संदरà¥à¤ दायर
किया था, जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शहबाज़ ने नेशनल
असेंबली में विपकà¥à¤· के नेता के रूप में कारà¥à¤¯ किया था। 29
सितंबर को लाहौर उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मामले में उनकी जमानत खारिज करने के बाद, à¤à¤¨à¤à¤¬à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया गया था। à¤à¤• जवाबदेही अदालत ने 11
नवंबर, 2020 को à¤à¤• महीने से अधिक समय के बाद
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€, हमजा और अनà¥à¤¯ आरोपियों को दोषी ठहराया।
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