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शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रानिल विकà¥à¤°à¤®à¤¸à¤¿à¤‚घे ने कहा कि आरà¥à¤¥à¤¿à¤• संकट ने राजनीतिक संकट को जनà¥à¤® दिया है। जो हो रहा है वह देश के लिठआपदा है। 2 साल तक सरकार ने आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ की अनदेखी की। जब हम 2019 में गà¤, तो पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• बजट पर सरपà¥à¤²à¤¸ था और करà¥à¤œ चà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठपैसा था।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आगे कहा कि मà¥à¤à¥‡ नहीं लगता कि सरकार के पास इतने संसाधन हैं और अब वे बिल का à¤à¥à¤—तान करने के लिठपà¥à¤°à¤®à¥à¤– निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ कंपनियों से पैसे उधार ले रहे हैं। ईंधन के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ की कà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤¿à¤Ÿ लाइन मई के दूसरे सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ तक समापà¥à¤¤ हो जाà¤à¤—ी और फिर हम गंà¤à¥€à¤° संकट में पड़ने वाले हैं
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