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दोनों देशों के बीच करीब 22 महीनों से पूरà¥à¤µà¥€ लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में टकराव की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बनी हà¥à¤ˆ है.वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• नियंतà¥à¤°à¤£ रेखा के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इलाक़े में चà¥à¤¶à¥à¤²-मोलà¥à¤¦à¥‹ सीमा कमांडर सà¥à¤¤à¤° की वारà¥à¤¤à¥€ के लिठसà¥à¤¬à¤¹ 10 बजे का समय तय किया गया है.बातचीत का मà¥à¤–à¥à¤¯ विषय पेटà¥à¤°à¥‹à¤²à¤¿à¤‚ग पà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट-15 पर बने हà¥à¤ गतिरोध को ख़तà¥à¤® करना रहेगा. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤®à¤‚डल का नेतृतà¥à¤µ लेफà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨à¥‡à¤‚ट जनरल अनिंदà¥à¤¯ सेनगà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ करेंगे.माना जा रहा है कि इस वारà¥à¤¤à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ का फोकस टकराव वाली जगहों पर जितना ज़लà¥à¤¦à¥€ हो सेनाà¤à¤‚ हटाने पर रहेगा जिसमें देपसांग बोलà¥à¤—ी और देमचोक शामिल हैं.दोनों सेनाओं के बीच 14वें दौर की बातचीत 12 जनवरी को हà¥à¤ˆ थी लेकिन उसके कोई सकारातà¥à¤®à¤• नतीजे नहीं निकले.इसके बाद जारी संयà¥à¤•à¥à¤¤ बयान में कहा गयाथा, ‘‘दोनों पकà¥à¤· ने सैनà¥à¤¯ और राजनियक तरीक़े से बातचीत जारी रखने और ज़लà¥à¤¦ से ज़लà¥à¤¦ किसी समाधान पर पहà¥à¤‚चने को लेकर सहमति जताई है.’’पैंगोंग à¤à¥€à¤² इलाक़े में à¤à¤¾à¤°à¤¤ और चीन की सेनाओं में हिंसक टकराव के बाद 5 मई, 2020 को दोनों के बीच गतिरोध की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हà¥à¤ˆ थी. इसके बाद दोनों ने सीमा पर अपने सैनिकों की संखà¥à¤¯à¤¾ तेज़ी से बढ़ा दी.सैनà¥à¤¯ और राजनियक सà¥à¤¤à¤° की कई वारà¥à¤¤à¤¾à¤“ं के बाद दोनों देशों में पिछले साल पैंगोंग à¤à¥€à¤² के उतà¥à¤¤à¤° और दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ किनारों पर सेनाà¤à¤‚ पीछे हटाने को लेकर सहमति बनी थी.
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