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पारà¥à¤• में लगे लाइट और साउंड सिसà¥à¤Ÿà¤® सही किठजाने लगे तो राजनीतिक गलियारों में कान खड़े होने ही थे। à¤à¤• अफसर ने कहा- ‘इसमें नया कà¥à¤¯à¤¾ है?’ उनका कहना है कि सरकार बदलने की आहट सबसे पहले नौकरशाही à¤à¤¾à¤‚प लेती है और यहां à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ दिख रहा है तो आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾à¥¤ हालांकि कई बार à¤à¤¸à¥‡ आकलन गलत à¤à¥€ साबित हà¥à¤ हैं! लोहिया या जनेशà¥à¤µà¤° मिशà¥à¤° पारà¥à¤• की हलचल की किसी ने पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ तो नहीं की लेकिन करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इतना तो बताया ही कि अचानक कà¥à¤› लोग आठथे और कà¥à¤› काम हà¥à¤† था। कà¥à¤› लाइट बदली गईं, लेकिन इससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बताने को कोई तैयार नहीं हà¥à¤†à¥¤à¤œà¤¨à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ किसके पकà¥à¤· में जाà¤à¤—ा, इसकी तसà¥à¤µà¥€à¤° तो मतगणना के बाद ही साफ हो सकेगी। पर बà¥à¤¯à¥‚रोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€ में मौजूद राजनीतिक मौसम विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ अपने-अपने अंदाज में हवा का रूख à¤à¤¾à¤‚प रहे हैं। उसके अनà¥à¤°à¥‚प चलने की कोशिश कर रहे हैं। पंचम तल से लेकर गृह विà¤à¤¾à¤— के कारिंदों से तो यहीं संकेत मिल रहे हैं। यानी अयोधà¥à¤¯à¤¾ में जिलाधिकारी आवास पर लगे बोरà¥à¤¡ के बदलते रंग से निकली आहट आगे बढ़ती दिखायी दे रही है।
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