उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ को बताया है कि हाल ही में पीजीडीà¤à¤µà¥€ कॉलेज ( सांधà¥à¤¯ ) के हिंदी विà¤à¤¾à¤— में à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤Ÿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ.अनिल कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दो बार कोरोना à¤à¥€ हà¥à¤† था। डॉ. सिंह नà¥à¤¯à¥‚ पेंशन सà¥à¤•à¥€à¤® के अंतरà¥à¤—त आते है, उनकी उमà¥à¤° 48 वरà¥à¤· थीं और उनके दोनों बचà¥à¤šà¥‡ छोटे हैं। परिवार में कमाने वाले ये अकेले सदसà¥à¤¯ थे।
अनिल सिंह की तरह कोरोना संकà¥à¤°à¤®à¤£ से मरने वाले सà¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के परिवारों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद व परिवार के à¤à¤• सदसà¥à¤¯ को अनà¥à¤•à¤‚पा के आधार पर रोजगार दिठजाने की मांग की जा रही है। डीटीठने बताया है कि मरने वालों में सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ संखà¥à¤¯à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कॉलेज शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ की है।
दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शिकà¥à¤·à¤• डॉ. हंसराज सà¥à¤®à¤¨ का कहना है कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ को कोरोना के दौरान बीमारी से मरने वाले शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को à¤à¤• कमेटी गठित करनी चाहिà¤, जिसमें पूरà¥à¤µ à¤à¤•à¥‡à¤¡à¤®à¤¿à¤• काउंसिल मेंबर, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤•à¥‡à¤¡à¤®à¤¿à¤• काउंसिल मेंबर, ईसी मेंबर व डूटा के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को शामिल किया जाठ।