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रेलवे का कहना है कि बिना à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का सामना किठअपरेंटिस किठहà¥à¤ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की रेलवे में नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की मांग करना सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯ नहीं
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेलवे अगसà¥à¤¤ 1963 से अपरेंटिस अधिनियम के तहत निरà¥à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ टà¥à¤°à¥‡à¤¡à¥‹à¤‚ में आवेदकों को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहा है। इन आवेदकों को बिना किसी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता या चयन के उनकी शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के आधार पर पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ के रूप में लिया जाता है। हालांकि, रेलवे à¤à¤¸à¥‡ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को केवल पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिठबाधà¥à¤¯ था, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पूरा कर लिया था, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ 2004 से लेवल 1 पदों के लिठविकलà¥à¤ª के रूप में नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया जा रहा है। - विकलà¥à¤ª के तौर पर नियà¥à¤•à¥à¤¤ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° असà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ नियà¥à¤•à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ होते हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी à¤à¥€ अतà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¶à¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ और परिचालन आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं को पूरा करने के लिठलगाया जा सकता है। जबकि à¤à¤¸à¥€ नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को असà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ रेल सेवकों के कारण लाठदिया जाता है लेकिन वे नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ के उचित पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से गà¥à¤œà¤°à¥‡ बिना सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ रोजगार में पाने के हकदार नहीं हैं।
- à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेलवे के चल रहे कायापलट को देखते हà¥à¤ और सà¤à¥€ रेलवे à¤à¤°à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾, पारदरà¥à¤¶à¤¿à¤¤à¤¾ और निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ लाने की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से, रेलवे ने 2017 में सà¤à¥€ à¤à¤°à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को लेवल 1 पर केंदà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ कर दिया, जो अब से à¤à¤• आम राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ कंपà¥à¤¯à¥‚टर आधारित परीकà¥à¤·à¤£ (सीबीटी) के माधà¥à¤¯à¤® से आयोजित किया जाता है।
- अपरेंटिस अधिनियम 2014 में संशोधित किया गया था, जिसके तहत अधिनियम की धारा 22 में पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ किया गया था कि à¤à¤• नियोकà¥à¤¤à¤¾ अपने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ान में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤“ं की à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ के लिठà¤à¤• नीति तैयार करेगा। इस तरह के संशोधन के अनà¥à¤¸à¤°à¤£ में, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेलवे ने खà¥à¤²à¥‡ बाजार में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ में रेलवे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ानों में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤“ं को लेवल 1 के पदों पर विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ पदों के 20% की सीमा तक वरीयता देने का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ किया।
- हालांकि, जब ये अपरेंटिस किठयà¥à¤µà¤¾ अनà¥à¤¯ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के साथ लिखित परीकà¥à¤·à¤¾ के लिठउपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नà¥à¤¯à¥‚नतम योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ अंक, मीटिंग और चिकितà¥à¤¸à¤¾ मानकों को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के अधीन, दूसरों पर नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ में वरीयता दी जाती है।
- फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प, विजà¥à¤žà¤ªà¥à¤¤à¤¿ सीईà¤à¤¨ 02/2018 में 63202 पदों में से 12504 लेवल 1 पदों को 2018 में आयोजित पहली आम à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ में à¤à¤¸à¥‡ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के लिठनिरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया था। इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, सीईà¤à¤¨ आरआरसी 01/2019 के तहत 103769 पदों में से 20734 लेवल-1 पदों को इन अपरेंटिस के लिठनिरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया है। इस नोटिफिकेशन के लिठà¤à¤°à¥à¤¤à¥€ होनी है।
- अब ये अपरेंटिस किठयà¥à¤µà¤¾ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ रेलवे में नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की मांग कर रहे हैं, बिना निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ लिखित परीकà¥à¤·à¤¾ और शारीरिक दकà¥à¤·à¤¤à¤¾ परीकà¥à¤·à¤¾, जो कि अनà¥à¤¯ सà¤à¥€ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को मौजूदा नियमों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤• है। यह मांग सà¥à¤µà¥€à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिठकानूनी रूप से सही नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह संवैधानिक पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• रोजगार के मामलों में सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के फैसले का उलà¥à¤²à¤‚घन है जिसमें निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤· चयन की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के अलावा कोई à¤à¥€ रोजगार पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ नहीं किया जा सकता है।
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