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अजमेर । महान सूफी संत हजरत खà¥à¤µà¤¾à¤œà¤¾ ग़रीब नवाज़ रह. के 810वें उरà¥à¤¸ का आगाज बà¥à¤²à¤¨à¥à¤¦ दरवाजे़ पर परचम नसà¥à¤¬ होने के साथ शà¥à¤°à¥‚ हो गया। इस मौके पर बडे़ पीर की पहाड़ी से 25 तोपों की सलामी दी गई और सीआरपीà¤à¤« के बà¥à¤°à¤¾à¤¸ बैणà¥à¤¡ से खà¥à¤µà¤¾à¤œà¤¾ साहब की शान में धà¥à¤¨à¥‹à¤‚ को बजाया। गरीब नवाज़ गेसà¥à¤Ÿ हाउस से असर की नमाज के बाद à¤à¤‚डे का जà¥à¤²à¥à¤¸ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† जो लंगर खाना गली से निज़ाम गेट से बà¥à¤²à¤‚द दरवाज़ा पहà¥à¤‚चा। परचम नसà¥à¤¬ होने के साथ ही दरगाह शरीफ में उरà¥à¤¸ की कामयाबी और कोरोना से निजात की दà¥à¤† की गई। दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान, नायब सदर मà¥à¤¨à¤µà¥à¤µà¤° खान, सदसà¥à¤¯ सपात खान सहित नाज़िम शादां जैब खान उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। गौरी खानदान पेश करता हैं परचम: खà¥à¤µà¤¾à¤œà¤¾ साहब के उरà¥à¤¸ में à¤à¥€à¤²à¤µà¤¾à¥œà¤¾ का गौरी खानदान 1928 से यह परचम पेश करता हà¥à¤† आ रहा है।
02 फरवरी को खà¥à¤²à¥‡à¤—ा जनà¥à¤¨à¤¤à¥€ दरवाज़ा: हिजरी 29 तारिख को जनà¥à¤¨à¤¤à¥€ दरवाज़ा खोला जाà¤à¤—ा।
पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ दिखा मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥ˆà¤¦: à¤à¤‚डे की रसà¥à¤® के दौरान पà¥à¤²à¤¿à¤¸ जाबà¥à¤¤à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥ˆà¤¦ दिखा, दोपहर से ही मारà¥à¤—ो की सफाई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के साथ ही रसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ को बांध कर वाहनों को दूसरे मारà¥à¤—ो पर à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठरहा। इस मौके पर अतिरिकà¥à¤¤ जिला कलकà¥à¤Ÿà¤° à¤à¤µà¤‚ मेला मजिसà¥à¤Ÿà¥‡à¥à¤Ÿ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤à¤® महावीर सिंह, डीà¤à¤¸à¤“ं अंकित पाचार उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।
अमीन पठान ने लिया कायड़ का जाà¤à¤œà¤¾: दरगाह कमेटी अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अमीन पठान ने कायड़ विशà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€ पर जारी कारà¥à¤¯à¥‹ का जाà¤à¤œà¤¾ लिया। इस अवसर जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के सहयोग का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ जताई की अजमेर आने वाले जायरीन को कम से कम आवशà¥à¤¯à¤• सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ उपलबà¥à¤§ करवाई जाà¤à¥¤
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