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नयी दिलà¥à¤²à¥€à¥¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रामनाथ कोविंद ने 73वें गणतंतà¥à¤° दिवस की पूरà¥à¤µ संधà¥à¤¯à¤¾ पर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को संबोधित किया। इस दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समसà¥à¤¤ देशवासियों को बधाई दी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हम सबको à¤à¤• सूतà¥à¤° में बांधने वाली à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ के गौरव का यह उतà¥à¤¸à¤µ है। सन 1950 में आज ही के दिन हम सबकी इस गौरवशाली पहचान को औपचारिक सà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† था। उस दिन à¤à¤¾à¤°à¤¤ विशà¥à¤µ के सबसे बड़े गणतंतà¥à¤° के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हà¥à¤† और हम à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लोगों ने à¤à¤¸à¤¾ संविधान लागू किया जो हमारी सामूहिक चेतना का जीवंत दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ कोविंद ने कहा कि हर साल गणतंतà¥à¤° दिवस के दिन हम अपने गतिशील लोकतंतà¥à¤° तथा राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का उतà¥à¤¸à¤µ मनाते हैं। महामारी के कारण इस वरà¥à¤· के उतà¥à¤¸à¤µ में धूम-धाम à¤à¤²à¥‡ ही कà¥à¤› कम हो परंतॠहमारी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ हमेशा की तरह सशकà¥à¤¤ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गणतंतà¥à¤° दिवस का यह दिन उन महानायकों को याद करने का अवसर à¤à¥€ है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ के सपने को साकार करने के लिठअतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ साहस का परिचय दिया तथा उसके लिठदेशवासियों में संघरà¥à¤· करने का उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ जगाया।
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