लखनऊ। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ कमेटी की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¥‡à¤¤ ने à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार पर निशाना साधते हà¥à¤ पेंशन बहाली में सरकार के ढीले रवैये की आलोचना की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में संयà¥à¤•à¥à¤¤ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ संगठन के 150 अलग-अलग धड़े करीब 20 लाख पूरà¥à¤µ और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सरकारी करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ पेंशन के लिठआंदोलन कर रहे हैं। इनका ये आंदोलन 17 साल से चल रहा है। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने राजà¥à¤¯ करà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की मांगों को नजरअंदाज किया गया और लाखों करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के लाखों करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ पेंशन बहाली की राह देख रहे हैं, लेकिन पांच वरà¥à¤· बीतने के बाद à¤à¥€ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने उनकी सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं की।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि राजà¥à¤¯ के विकास में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पदों पर बैठे अधिकारियों, करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की अहम à¤à¥‚मिका होती है। जनता के लिठहितकारी कामों को वह जनता तक पहà¥à¤‚चाते हैं। नौकरी से सेवानिवृतà¥à¤¤à¤¿ के बाद पेंशन ही सरकारी करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚/अधिकारियों की जिंदगी का आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहारा होती है। आज करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के तमाम संगठनों के लोग धरने, आंदोलन पर बैठे हैं। पूरे जीवन सरकार, आमजन की सेवा करने के बाद सेवानिवृतà¥à¤¤à¤¿ पर कारà¥à¤®à¤¿à¤• को पेंशन विहीन करना गलत है।
शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¥‡à¤¤ ने कहा कि हाल ही में, à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ फैसले में, इलाहाबाद उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने माना है कि à¤à¤• दैनिक वेतन à¤à¥‹à¤—ी जो नई पेंशन योजना के बाद नियमित हà¥à¤† है, उसे अपनी पिछली सेवा जोड़ते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ पेंशन योजना के तहत पेंशन पाने का हक़ है। बीते कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ संगठन लगातार राजà¥à¤¯ और केंदà¥à¤° सरकार से पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ पेंशन बहाली की मांग करते रहे हैं। लेकिन सरकार ने करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की मांगों को न सिरà¥à¤« नजरअंदाज किया है बलà¥à¤•à¤¿ उनकी मांगों को ठंडे बसà¥à¤¤à¥‡ में डाल दिया। लाखों करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ वेतन विसंगति जैसी धोखेबाजी चल रही है। लाखों करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को महंगाई à¤à¤¤à¥à¤¤à¤¾ तक नहीं मिला है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने तो योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ को दोबारा गोरखपà¥à¤° à¤à¥‡à¤œ दिया है। वह दिन दूर नहीं जब जनता योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ को वापस उनके मठà¤à¥‡à¤œ देगी। इस बार महिला, यà¥à¤µà¤¾, सेवानिवृतà¥à¤¤ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€, शिकà¥à¤·à¤•, आंगनबाड़ी, आशा समेत आम जनता ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ की सरकार उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में बनवाने की ठान ली है। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में इस बार बदलाव तय है।