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नयी दिलà¥à¤²à¥€- राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯
राजधानी दिलà¥à¤²à¥€ की à¤à¤• अदालत ने शनिवार को छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ में à¤à¤• कोयला आवंटन में कथित
अनियमितताओं से संबंधित मामले में इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ अधिकारी जी. के. बसाक
को दी जाने वाली सजा की मातà¥à¤°à¤¾ पर दलीलें सà¥à¤¨à¥€à¤‚।
सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के डीà¤à¤²à¤ संजय कà¥à¤®à¤¾à¤° ने अदालत से अधिकतम सजा और à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤°à¤•à¤® जà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¾
लगाने की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सजा के बिंदॠपर लिखित दलीलें à¤à¥€ दाखिल की हैं।
वहीं दोषी बसाक के वकील अजीत सिंह ने अदालत के समकà¥à¤· कहा कि दोषी की 72
वरà¥à¤· का है और हृदय और पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ रोग से पीड़ित है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि दोषी की पतà¥à¤¨à¥€ के घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ की सरà¥à¤œà¤°à¥€ हà¥à¤ˆ है और वह बà¥à¤°à¥‹à¤‚काइटिस
असà¥à¤¥à¤®à¤¾ की मरीज है, इसलिठउनकी सहायता की जरूरत है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी
देखà¤à¤¾à¤² के लिठपरिवार का कोई अनà¥à¤¯ सदसà¥à¤¯ नहीं है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि दोषी की à¤à¤• ही
पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ है, जो शादीशà¥à¤¦à¤¾ है और दूसरे शहर में रहती
है।
शà¥à¤°à¥€ सिंह ने कहा कि दोषी को 13 वरà¥à¤· से अधिक की
कठोर सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ का सामना करना पड़ा है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह नौ सितंबर 2012
से इस मामले में सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ में à¤à¤¾à¤— ले रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¸à¤¾ कोई आरोप नहीं
है कि पांच सितंबर 2008 का रिपोरà¥à¤Ÿ देने के लिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई
मौदà¥à¤°à¤¿à¤• लाठहà¥à¤† था।
शà¥à¤°à¥€ सिंह ने कहा कि दोषी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई रिपोरà¥à¤Ÿ के आधार पर मेसरà¥à¤¸ पीआईà¤à¤² को
कोई कोयला बà¥à¤²à¥‰à¤• आवंटित नहीं किया गया था और इसलिठसरकारी खजाने को कोई नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨
नहीं हà¥à¤† है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा है कि मेसरà¥à¤¸ पीआईà¤à¤² और उसके निदेशक à¤.के. चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ को
दिलà¥à¤²à¥€ उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने बरी कर दिया है और पूरी पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में दोषी की नà¥à¤¯à¥‚नतम
à¤à¥‚मिका थी। वकील ने सजा में नरमी बरतने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ किया।
सजा की मातà¥à¤°à¤¾ पर दलीलें सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ जांच बà¥à¤¯à¥‚रो (सीबीआई) के विशेष
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ अरà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ने कहा, “सजा पर आदेश के
लिठ22 अगसà¥à¤¤ को सूचीबदà¥à¤§ करें।â€
विशेष अदालत ने 18 अगसà¥à¤¤ को इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के संयà¥à¤•à¥à¤¤
संयंतà¥à¤° समिति (जेपीसी) के पूरà¥à¤µ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ सचिव गौतम कà¥à¤®à¤¾à¤° बसाक को विजय सेंटà¥à¤°à¤²
कोल बà¥à¤²à¥‰à¤• के आवंटन में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° का दोषी ठहराया है और सजा की मातà¥à¤°à¤¾ पर बहस
सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिठमामले की तारीख आज तय की थी।
दोषी ठहराठजाने के समय दलीलें सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद अदालत ने कहा,“इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯
के पूरà¥à¤µ अधिकारी सौमेन चटरà¥à¤œà¥€ के खिलाफ लगाठगठआपराधिक कदाचार के ठोस आरोप के
सवाल पर विचार करते समय मामले से संबंधित सà¤à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से चरà¥à¤šà¤¾ की
गई है।â€
अदालत ने कहा कि शà¥à¤°à¥€ चटरà¥à¤œà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सूचित और रà¥à¤šà¤¿à¤ªà¥‚रà¥à¤£ सहयोग, अनà¥à¤•à¤°à¤£ और
उकसावे का कोई सबूत नहीं है।
इस मामले में परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤œà¤¨à¥à¤¯ साकà¥à¤·à¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किसी à¤à¥€ अपराध को साबित करने के
बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त पूरे नहीं होते हैं।
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