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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - उचà¥à¤šà¤¤à¤®
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने हवाला कारोबार मामले में चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ आधार पर महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पूरà¥à¤µ
मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ (राकांपा) नेता नवाब मलिक को दो महीने के लिà¤
अंतरिम जमानत दे दी। नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿
अनिरà¥à¤¦à¥à¤§ बोस तथा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ बेला à¤à¤®. तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ की दो सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ पीठने इस मामले
की सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ करते हà¥à¤ पूरी तरह से सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के आधार पर शà¥à¤°à¥€ मलिक को अंतरिम जमानत
पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर दी।
शीरà¥à¤· अदालत की
ओर से फैसला सà¥à¤¨à¤¾à¤ जाने के बाद शà¥à¤°à¥€ मलिक के वकील अमित देसाई ने बताया कि वह बहà¥à¤¤
खà¥à¤¶ है कि शीरà¥à¤· अदालत ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ (शà¥à¤°à¥€ मलिक) को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ आधार पर अंरिम जमानत दे
दी।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, “मैं बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶
हूं कि मेरा मà¥à¤µà¤•à¤¿à¤² को सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अंतरिम जमानत मिल गयी। सॉलिसिटर
जनरल ने चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ आधार पर अंतरिम जमानत दिठजाने का विरोध नहीं किया। कागजी
कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ पूरा करने के बाद शà¥à¤°à¥€ मलिक à¤à¤• या दो दिन में जेल से रिहा हो जाà¤à¤‚गे।â€
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया
कि सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के दौरान पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¨ निदेशालय की ओर से नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤ सॉलिसिटर
जनरल तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ आधार पर शà¥à¤°à¥€ मलिक को अंतरिम जमानत दिठजाने का
विरोध नहीं किया।
महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के
पूरà¥à¤µ मंतà¥à¤°à¥€ मलिक हवाला कारोबार मामले में मारà¥à¤š 2022 से नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤•
हिरासत में हैं। शà¥à¤°à¥€ मलिक ने चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ आधार पर जमानत की याचिका बॉमà¥à¤¬à¥‡ उचà¥à¤š
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से खारिज होने के बाद शीरà¥à¤· अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
शà¥à¤°à¥€ मलिक की
ओर से वरिषà¥à¤ वकील कपिल नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में दलील पेश की और कहा कि शà¥à¤°à¥€ मलिक किडनी सहित
विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ बीमारियों से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ हैं और उनके दाहिने तरफ की किडनी की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बिगड़ रही
है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि शà¥à¤°à¥€ मलिक पिछले 16 महीने से किडनी
का इलाज करवा रहे हैं।
इसके बाद शà¥à¤°à¥€
मेहता ने कहा कि अगर शà¥à¤°à¥€ मलिक को निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ समय के लिठचिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ आधार पर अंतरिम
जमानत दी जाती है, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई आपतà¥à¤¤à¤¿ नहीं है।
इसके बाद अदालत
ने अपने फैसले में कहा, “याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾ मà¥à¤‚बई के कà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‡à¤¯à¤°
असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में किडनी तथा अनà¥à¤¯ अंग संबंधी बीमारियों का इलाज करवा रहा है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚
उपचार करवाने हेतॠदो महीने के लिठरिहा किया जा रहा है। जहां तक मà¥à¤–à¥à¤¯ याचिका का
संबंध है, जवाबी हलफनामा पांच सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में दाखिल किया जाà¤, उसके बाद तीन
सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के à¤à¥€à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° दाखिल किया जाà¤, जबकि 10 सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ बाद
सूची जमा की जाà¤à¥¤â€
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