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इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦- यूनिसेफ ने à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ में पाया है कि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में
अनà¥à¤¯ सà¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• उचà¥à¤š तापमान के संपरà¥à¤• में आने वाले
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है।
यूनिसेफ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सोमवार को जारी à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾
में 18 वरà¥à¤· से कम उमà¥à¤° के 76
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बचà¥à¤šà¥‡ यानी 46 करोड़ बचà¥à¤šà¥‡
अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• उचà¥à¤š तापमान के संपरà¥à¤• में हैं, जहां का तापमान
à¤à¤• वरà¥à¤· में 83 या उससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिनों तक 35
डिगà¥à¤°à¥€ सेलà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¸ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रहता है। इसका मतलब है कि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में चार में
से तीन बचà¥à¤šà¥‡ पहले से ही अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• उचà¥à¤š तापमान के संपरà¥à¤• में हैं, जबकि वैशà¥à¤µà¤¿à¤•
आंकड़ा केवल तीन में से à¤à¤• बचà¥à¤šà¤¾ (32 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤) है। यह
नवीनतम विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ 2020 के आंकड़ों पर आधारित है।
इसके अलावा, आंकड़े बताते हैं कि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में 28
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बचà¥à¤šà¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· हीटवेव के संपरà¥à¤• में आते हैं, जबकि वैशà¥à¤µà¤¿à¤•
सà¥à¤¤à¤° पर यह आंकड़ा 24 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ है। 2022
में, दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे गरà¥à¤® शहर जैकोबाबाद सहित
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ सिंध पà¥à¤°à¤¾à¤‚त के कà¥à¤› हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में, जून में तापमान 40
डिगà¥à¤°à¥€ सेलà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¸ या उससे अधिक रहा, जिससे 10.8
लाख लोगों को गंà¤à¥€à¤° अलà¥à¤ªà¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• और दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का सामना करना
पड़ा। बाढ़ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में आठलाख से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को जून 2023
में गंà¤à¥€à¤° गरà¥à¤®à¥€ के कारण तनाव का खतरा था।
जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2023 को वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर सबसे गरà¥à¤® महीना
दरà¥à¤œ किया गया, जिससे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के बारे में और
चिंताà¤à¤‚ बढ़ गईं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में रहने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को बड़े पैमाने पर
जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ के कारण लगातार और गंà¤à¥€à¤° हीटवेव का सामना करने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है।
यूनिसेफ के दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ निदेशक संजय विजेसेकरा ने कहा कि पूरी
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में उबाल है और डेटा सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है कि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में लाखों
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन à¤à¤µà¤‚ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ पर हीटवेव और उचà¥à¤š तापमान का खतरा बढ़ रहा है। इस
कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के देश अà¤à¥€ तक दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे गरà¥à¤® देशों में शामिल नहीं हैं, लेकिन यहां की
गरà¥à¤®à¥€ लाखों कमजोर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठजानलेवा जोखिम लाती है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हम विशेष रूप से नवजातों, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, कà¥à¤ªà¥‹à¤·à¤¿à¤¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚
और गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ महिलाओं के लिठचिंतित हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे हीट सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤• और अनà¥à¤¯ गंà¤à¥€à¤°
पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के लिठसबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ संवेदनशील होते हैं। यूनिसेफ के 2021
चिलà¥à¤¡à¥à¤°à¤¨ कà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤®à¥‡à¤Ÿ रिसà¥à¤• इंडेकà¥à¤¸ (सीसीआरआई) के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, बंगलादेश, à¤à¤¾à¤°à¤¤, मालदीव और
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के बचà¥à¤šà¥‡ जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के बहà¥à¤¤ उचà¥à¤š जोखिम में शामिल हैं।
बारिश के मौसम में à¤à¥€ गरà¥à¤®à¥€ से बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ और खराब हो सकती है। चूंकि बचà¥à¤šà¥‡
तापमान में बदलाव के लिठतà¥à¤°à¤‚त अनà¥à¤•à¥‚ल नहीं हो पाते हैं इसलिठवे अपने शरीर से
अतिरिकà¥à¤¤ गरà¥à¤®à¥€ को हटाने में सकà¥à¤·à¤® नहीं होते हैं। इससे छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में उचà¥à¤š
शारीरिक तापमान, दिल की धड़कन में तेजी, à¤à¤‚ठन, गंà¤à¥€à¤° सिरदरà¥à¤¦, à¤à¥à¤°à¤® की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿, अंग विफलता, निरà¥à¤œà¤²à¥€à¤•à¤°à¤£, बेहोशी और कोमा
जैसे लकà¥à¤·à¤£ और बीमारियां हो सकती है; शिशà¥à¤“ं का खराब
मानसिक विकास, तंतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ तंतà¥à¤° संबंधी शिथिलता, हृदय संबंधी
बिमारियां और विकास संबंधी बाधाà¤à¤‚ हो सकती हैं।
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