समाचार ब्यूरो
21/07/2023  :  21:39 HH:MM
डीयू प्रवेश के लिए कॉलेजों को कट-ऑफ जारी करने का मिले अधिकार : प्रकाश
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नयी दिल्ली- आम आदमी पार्टी की इकाई राष्ट्रीय शिक्षक विंग एएडीटीए और छात्र विंग सीवाईएसएस ने दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने में छात्रों को हो रही परेशानी पर गंभीर चिंता जताते हुए एडमिशन की केंद्रीकृत प्रक्रिया को खत्म कर कॉलेजों को कट-ऑफ जारी करने का अधिकार देने की माँग की है।

एएडीटीए के सदस्य प्रोफेसर आनंद प्रकाश ने संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के दौरान केंद्र सरकार ने एडमिशन की पूरी प्रक्रिया को बदल कर सीयूईटी एंट्रेंस आधारित कर दी। साथ ही प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी ऐसी संस्था को दी गई, जिस पर कई आरोप लगे हुए हैं। बदलाव तभी संभव होता, जब एजेंसी एक निष्पक्ष तरीके से परीक्षा को आयोजित कराए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया की बात करते हैं लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय में बच्चे दूर दराज से गरीब परिवार से आते हैं। बहुत से ऐसे गांव हैं, जहां अभी इंटरनेट की सुविधा नहीं है। फार्म भरने के लिए 10-15 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। डीयू ने एडमिशन प्रक्रिया को केंद्रीकृत कर दिया है। इस वजह बच्चों को कोर्स और कॉलेज के चयन में काफी परेशानी हो रही है। एक तरफ ऑनलाइन कोर्स व कॉलेज का चयन करने के लिए कहा जा रहा है और दूसरी तरफ सर्टिफिकेट के सत्यापन के लिए कॉलेज में उपस्थित रहने के लिए कहा जा रहा है। अभी तक कॉलेज एक कटऑफ निकालता था। हर बच्चे को सभी कॉलेजों की कट ऑफ पता चल जाती थी।
प्रोफेसर आनंद प्रकाश का कहना है कि डीयू ने विकास शुल्क समेत अन्य सुविधाओं के नाम पर पिछले दो वर्षों में करीब 1700 रुपए की फी बढ़ोत्तरी की है। इसके अलावा इडब्ल्यूएस के नाम पर 150 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। पहले ऐसा कोई प्रावधान नहीं था।
उन्होंने कहा कि जब से सीयूईटी आया है, तब से डीयू में हजारों सीटें खाली रह गई हैं। हमारे पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय की करीब 15 हजार सीटें खाली रह गई थीं। वर्ष 2021 में 54818 लड़कियों का एडमिशन हुआ था लेकिन जब सीयूईटी के जरिए एडमिशन हुआ, तब 37 फीसद एडमिशन कम हुआ। उन्होंने मांग की है कि केंद्रीकृत प्रक्रिया को खत्म कर कॉलेजों को कट ऑफ जारी करने और एडमिशन की जिम्मेदारी दी जाए।
आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस के दिल्ली प्रदेश सचिव कमल तिवारी ने कहा कि स्पोर्ट्स कोटा के कई छात्र हैं, जो खेलों में व्यस्त होने के कारण एडमिशन के दौरान अपना सर्टिफिकेट अपलोड नहीं कर पाए थे और अब डीयू ने अपनी वेबसाइट बंद कर दी है। हम डीयू से अनुरोध करना चाहते हैं कि डीयू अपनी वेबसाइट खोले, ताकि छात्र अपना सर्टिफिकेट अपलोड कर सकें। इस बार डीयू छात्रों का पूरी तरह से शोषण कर रहा है। छात्रों को कई समस्याएं आ रही हैं और उनको कोई रास्ता नहीं दिख रहा है।






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