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नयी दिलà¥à¤²à¥€- आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€
की इकाई राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤• विंग à¤à¤à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤ और छातà¥à¤° विंग सीवाईà¤à¤¸à¤à¤¸ ने दिलà¥à¤²à¥€
विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ लेने में छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को हो रही परेशानी पर गंà¤à¥€à¤° चिंता
जताते हà¥à¤ à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ की केंदà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को खतà¥à¤® कर कॉलेजों को कट-ऑफ जारी करने
का अधिकार देने की माà¤à¤— की है। à¤à¤à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤ के
सदसà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° आनंद पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ ने संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को कहा कि कोविड-19 के दौरान
केंदà¥à¤° सरकार ने à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ की पूरी पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को बदल कर सीयूईटी à¤à¤‚टà¥à¤°à¥‡à¤‚स आधारित कर
दी। साथ ही पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ परीकà¥à¤·à¤¾ कराने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤¸à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ को दी गई, जिस पर कई आरोप
लगे हà¥à¤ हैं। बदलाव तà¤à¥€ संà¤à¤µ होता, जब à¤à¤œà¥‡à¤‚सी à¤à¤•
निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤· तरीके से परीकà¥à¤·à¤¾ को आयोजित कराà¤à¥¤ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी डिजिटल
इंडिया की बात करते हैं लेकिन दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में बचà¥à¤šà¥‡ दूर दराज से गरीब
परिवार से आते हैं। बहà¥à¤¤ से à¤à¤¸à¥‡ गांव हैं, जहां अà¤à¥€
इंटरनेट की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ नहीं है। फारà¥à¤® à¤à¤°à¤¨à¥‡ के लिठ10-15 किलोमीटर दूर
जाना पड़ता है। डीयू ने à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को केंदà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ कर दिया है। इस वजह बचà¥à¤šà¥‹à¤‚
को कोरà¥à¤¸ और कॉलेज के चयन में काफी परेशानी हो रही है। à¤à¤• तरफ ऑनलाइन कोरà¥à¤¸ व
कॉलेज का चयन करने के लिठकहा जा रहा है और दूसरी तरफ सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ के सतà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¨ के
लिठकॉलेज में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहने के लिठकहा जा रहा है। अà¤à¥€ तक कॉलेज à¤à¤• कटऑफ निकालता
था। हर बचà¥à¤šà¥‡ को सà¤à¥€ कॉलेजों की कट ऑफ पता चल जाती थी।
पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° आनंद
पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का कहना है कि डीयू ने विकास शà¥à¤²à¥à¤• समेत अनà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के नाम पर पिछले दो
वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में करीब 1700 रà¥à¤ªà¤ की फी बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ की है। इसके अलावा इडबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤¸ के नाम
पर 150 रà¥à¤ªà¤ का शà¥à¤²à¥à¤• लिया जा रहा है। पहले à¤à¤¸à¤¾ कोई पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ नहीं
था।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा
कि जब से सीयूईटी आया है, तब से डीयू में हजारों सीटें खाली
रह गई हैं। हमारे पास उपलबà¥à¤§ आंकड़ों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की करीब 15 हजार सीटें
खाली रह गई थीं। वरà¥à¤· 2021 में 54818 लड़कियों का
à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ हà¥à¤† था लेकिन जब सीयूईटी के जरिठà¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ हà¥à¤†, तब 37 फीसद à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ कम
हà¥à¤†à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मांग की है कि केंदà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को खतà¥à¤® कर कॉलेजों को कट ऑफ
जारी करने और à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ दी जाà¤à¥¤
आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€
की छातà¥à¤° इकाई सीवाईà¤à¤¸à¤à¤¸ के दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सचिव कमल तिवारी ने कहा कि सà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿà¥à¤¸
कोटा के कई छातà¥à¤° हैं, जो खेलों में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ होने के कारण
à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ के दौरान अपना सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ अपलोड नहीं कर पाठथे और अब डीयू ने अपनी वेबसाइट
बंद कर दी है। हम डीयू से अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करना चाहते हैं कि डीयू अपनी वेबसाइट खोले, ताकि छातà¥à¤°
अपना सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ अपलोड कर सकें। इस बार डीयू छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का पूरी तरह से शोषण कर रहा
है। छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को कई समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ आ रही हैं और उनको कोई रासà¥à¤¤à¤¾ नहीं दिख रहा है।
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