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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सतत विकास के लिठखादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¨ और
खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर गहराई से विचार करने पर जोर देते हà¥à¤ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯
सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ परिवार कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ मनसà¥à¤– मांडविया ने गà¥à¤°à¥‚वार को कहा कि सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤
à¤à¥‹à¤œà¤¨ और अचà¥à¤›à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤• दूसरे के पूरक हैं।
शà¥à¤°à¥€ मांडविया ने यहां पà¥à¤°à¤¥à¤® वैशà¥à¤µà¤¿à¤• खादà¥à¤¯ नियामक शिखर समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ 2023
का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ करने के बाद कहा कि सततॠविकास के लिठखादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µ
है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सतत विकास के लिठखादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¨, खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾
और खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर गहराई से विचार करना अतà¥à¤¯à¤‚त महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। à¤à¤•
सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ के तहत à¤à¤• परिवेश बनाना खादà¥à¤¯ नियामकों का अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°
काम है जो जलवायà¥, मानव, पशॠऔर पौधों के
सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को सामूहिक रूप से देखने के लिठमंच पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है।
इस अवसर पर केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि à¤à¤µà¤‚ किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° सिंह तोमर, नेपाल के कृषि
à¤à¤µà¤‚ पशà¥à¤§à¤¨ विकास मंतà¥à¤°à¥€à¤¡à¥‰. बेदू राम à¤à¥à¤¸à¤¾à¤² तथा केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ परिवार
कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤¸à¤ªà¥€ सिंह बघेल और डॉ. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ पवार à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤
थे। यह शिखर समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का आयोजन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ मानक पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£
(à¤à¤«à¤à¤¸à¤à¤¸à¤à¤†à¤ˆ) ने किया है।
शà¥à¤°à¥€ मांडविया ने कहा कि चूंकि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¥Œà¤—ोलिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की विशेषता
कृषि-जलवायॠविविधताà¤à¤‚ हैं, इसलिठखादà¥à¤¯
सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पर कोई à¤à¤• मानक लागू नहीं हो सकता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ देशों से वसà¥à¤§à¥ˆà¤µ कà¥à¤Ÿà¥à¤‚बकम (दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤• परिवार है) की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से
सामूहिक रूप से काम करने का आगà¥à¤°à¤¹ किया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥‹à¤œà¤¨ की कमी à¤à¤• वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ है
जिसके लिठसहयोगातà¥à¤®à¤• वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समाधान की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है।
शà¥à¤°à¥€ तोमर ने कहा कि à¤à¥‹à¤œà¤¨ à¤à¤• बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ अधिकार है और इसकी उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯
सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ की जानी चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कृषि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और खादà¥à¤¯ उदà¥à¤¯à¥‹à¤—
के आकार और मातà¥à¤°à¤¾ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤, खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾
सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के लिठकृषि इनपà¥à¤Ÿ से लेकर उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ अंतिम उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ तक पहà¥à¤‚चने तक
पूरे मूलà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला नेटवरà¥à¤• पर à¤à¤• इकाई के रूप में विचार करना महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि खादà¥à¤¯ आपूरà¥à¤¤à¤¿ के संबंध में किसी à¤à¥€ नीति के केंदà¥à¤° में
हमेशा किसान होने चाहिठताकि वे किसी à¤à¥€ नकारातà¥à¤®à¤• तरीके से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ न हों।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अनà¥à¤¯ फसलों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में इसकी कम पानी की खपत, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल जलवायà¥
परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लचीलापन और उचà¥à¤š पोषण मूलà¥à¤¯ जैसी बाजरा की सकारातà¥à¤®à¤•
विशेषताओं पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालते हà¥à¤ बाजरा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिठà¤à¤• मजबूत
मामला बनाया।
विशà¥à¤µ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संगठन - डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤šà¤“ के महानिदेशक डॉ. टेडà¥à¤°à¥‹à¤¸ à¤à¤¡à¤¨à¥‹à¤® घेबियस ने
à¤à¤• वीडियो संदेश में कहा कि हमें सामूहिक रूप से यह सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना चाहिठकि हर
जगह हर किसी को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ और पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• à¤à¥‹à¤œà¤¨ मिले।
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