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नयी दिलà¥à¤²à¥€- देश में चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मौसम शà¥à¤°à¥‚ होते ही
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेलवे को गरीबों की याद आने लगी है और इसी कà¥à¤°à¤® में अब जनरल डिबà¥à¤¬à¥‡ में
यातà¥à¤°à¤¾ करने वालों के लिठमातà¥à¤° 20 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में
पूड़ी-सबà¥à¤œà¤¼à¥€ उपलबà¥à¤§ कराने का फैसला किया है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेलवे खानपान à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ निगम (आईआरसीटीसी) ने गरीब यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठ20
रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में सात पूड़ियां (175 गà¥à¤°à¤¾à¤®), आलू की सबà¥à¤œà¤¼à¥€ (150
गà¥à¤°à¤¾à¤®) और अचार (12 गà¥à¤°à¤¾à¤®) की
इकाॅनोमी मील शà¥à¤°à¥‚ की है।
इसके अलावा 50 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में सà¥à¤¨à¥ˆà¤•à¥à¤¸ मील का मैनà¥à¤¯à¥‚ à¤à¥€
शà¥à¤°à¥‚ किया गया है इस करीब 350 गà¥à¤°à¤¾à¤® के इस मील
में चावल और छोले/राजमा, खिचड़ी, छोले à¤à¤µà¤‚
कà¥à¤²à¤šà¥‡/à¤à¤Ÿà¥‚रे, पावà¤à¤¾à¤œà¥€, मसाला डोसा
शामिल है।
आरंठमें यह सेवा 64 सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर
शà¥à¤°à¥‚ की गई है। अà¤à¥€ 54 में सेवा शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¥€ है और बाकी में
शà¥à¤°à¥‚ की जा रही है। इस में हर पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® पर आगे और पीछे जनरल कोच के सामने इस
à¤à¥‹à¤œà¤¨ के सà¥à¤Ÿà¤¾à¥…ल लगाठजाà¤à¤‚गे।
उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि पहले जनरल कोच में यातà¥à¤°à¤¾ करने वाले लोगों के लिठ10
रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में पांच पूड़ी, आलू की सबà¥à¤œà¤¼à¥€
और अचार मिला करता था। कोविड काल में यह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ गड़बड़ा गई थी।
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