समाचार ब्यूरो
09/12/2021  :  08:51 HH:MM
जो भाषा जिंदा रहती है उसी कौम को ज़िंदा समझा जाता है-सिद्दीकी
Total View  1286

उर्दू समाज के हर मजहब और हर धर्म की जुबान है। यह पूरे देश में बोली जाती है



 à¤¸à¤¹à¤°à¤¾à¤¨à¤ªà¥à¤°:
फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी लखनऊ के चेयरमैन अथर सग़ीर ज़ैदी को बनाये जाने पर दानिश सिद्दीकी महासचिव उर्दू तालिमी बोर्ड शाखा सहरानपुर ने लखनऊ जाकर उनको मुबारकबाद दी।
दानिश सिद्दीकी ने कहा कि राज्य की द्वितीय राजभाषा उर्दू किसी एक की नहीं, बल्कि सबकी भाषा है। उर्दू शिक्षा को बढ़ावा देने ये दिलों को जोड़ने वाली भाषा है। समाज की तरक्की शिक्षा के बदौलत ही होती है। समाज की तरक्की के साथ देश की तरक्की के लिए शिक्षा का व्यापक होना जरूरी है। नई पीढ़ी को उर्दू से जोड़ने पर बल दिया और सुबह की शुरूआत उर्दू से करने की सलाह दी।उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा किसी खास धर्म या मजहब की नहीं है, बल्कि यह आम लोगों की भाषा है। उर्दू समाज के हर मजहब और हर धर्म की जुबान है। यह पूरे देश में बोली जाती है। आवश्यकता इस बात की है कि इस भाषा को टाइम आने पर प्रचार-प्रसार कर और आगे बढ़ाया जाए। उर्दू भाषा को जीवित रखने के लिए हर तरह का प्रयास करना चाहिए। इसलिए कि किसी कौम के जिंदा रहने के लिए भाषा का जिंदा रहना अति आवश्यक है। जो भाषा जिंदा रहती है उसी कौम को ज़िंदा समझा जाता है। उर्दू भाषा को ज़िंदा रखने के लिए अपने बच्चों को उर्दू की हर हाल में शिक्षा देने की कोशिश करें। युवा पीढ़ी को उर्दू के विकास के लिए आगे आने का आह्वान किया। दानिश सिद्दीकी ने एक मेमोरेंडम दिया और कहा कि उर्दू भाषा के विकास के लिए सरकारी स्तर पर जो कोशिशें पहले होती थी उसी तरह उर्दू किताबें,दीवान,रिसाले के पुस्तकालय यूपी के हर ज़िले में खोले जाये। बीमार व आर्थिक रूप से कमजोर, लेखकों, कवियों व पत्रकरों के लिए सहायता राशि जो मिलती थी उसको भी संचालित किया जाये। उर्दू भाषा की तरक़्की के लिए सीनियर कवियों व शायरों की तरह लोकल शायरों व कवियों की पेंशन की व्यवस्था की जाये। कवियों व शायरों ने लिखी गज़लें व शायरी की किताबो को कमेटी द्वारा उन लेखकों को निर्धारित धनराशि व पुरस्कार दिया जाये। कमेटी द्वारा जिला स्तरीय उर्दू कार्यशाला,सेमिनार व मुशायरा में सहयोग करना चाहिए। फकरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के चेयरमैन बनाये जाने पर भाजपा नेता अथर सग़ीर जैदी ने पार्टी के नारे सबका साथ सबका विकास को यूपी में पूरा करने का संकल्प जो लिया है मेरी भी कमेटी का चेयरमैन रहते हुए येही कोशिश रहेगी कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र छात्राओं व कवियों व शायरों को बढ़ावा मिले बेहतर ढंग से कमेटी का काम मुसलमानों के बीच पहुंच सकें। उन्होंने उर्दू भाषा की प्रगति के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के विषय में जानकारी दी। और कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान देना जानती है और समाज में सभी वर्गों को साथ लेने के वादे को परिपूर्ण कर रही है।






Enter the following fields. All fields are mandatory:-
Name :  
  
Email :  
  
Comments  
  
Security Key :  
   9728324
 
     
Related Links :-
पार्श्वगायक नहीं अभिनेता बनना चाहते थे मुकेश
दिग्गज बॉलीवुड गीतकार देव कोहली का निधन
शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की निगरानी से करायें जांच : सुशील
स्वदेशी गाय की खरीद पर ट्रांसर्पोटेशन और बीमा का खर्च उठाएगी योगी सरकार
शंखनाद अभियान का आगाज करेगी भाजपा
आयकर विभाग की वेबसाइट नये स्वरूप में लाँच
अडानी ने लगायी गुजरात ऊर्जा निगम को 3900 करोड़ रुपए की चपत: कांग्रेस
लखनऊ रामेश्वरम रेल हादसे पर खडगे, राहुल, प्रियंका ने जताया शोक
तमिलनाडु ट्रेन हादसे पर मुर्मु ने जताया शोक
एनडीएमए ने ‘आपदा मित्रों’ को किया सम्मानित