समाचार ब्यूरो
15/07/2023  :  15:39 HH:MM
राजस्थान देश में सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक-सिंह
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जयपुर- पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा है कि कोरोना महामारी की बड़ी मार झेलने के बाद राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट (आरडीटीएम) ने प्रदेश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा दिया और अपने पर्यटन उत्पादों एवं पर्यटन अनुकूल नीतियों, योजनाओं और पहलों के कारण आज राजस्थान देश के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक बन गया है।

श्री सिंह शनिवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट (आरडीटीएम) का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आरडीटीएम के दूसरे संस्करण की बड़ी सफलता के मद्देनजर इस वर्ष आरडीटीएम का एक और संस्करण आयोजित किया जा रहा है।
इसके बाद राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा एवं पहल के कारण राजस्थान देश और दुनिया में पर्यटन मॉडल स्टेट के रुप में उभरा है। उन्होंने कहा कि कोरोना ने सभी को प्रभावित किया और उसमें सबसे ज्यादा प्रभावित पर्यटन हुआ लेकिन बहुत से राज्यों में पर्यटन उद्योग लड़खडा रहा है लेकिन श्री गहलोत के राजस्थान को पर्यटन बूस्टर डोज देने से राजस्थान का पर्यटन उठ खड़ा हुआ बल्कि तेज गति से दौड़ने लगा है। इतनी टूरिज्म इंडसट्री को लेकर पोलिसी लाई गई हैं जो ओर राज्यो में नहीं है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को भी राजस्थान की पर्यटन नीति को अन्य राज्यों में भी लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान अपनी रूरल टूरिज्म पॉलिसी, फिल्म प्रमोशन पॉलिसी जैसी दूरदर्शी पर्यटन नीतियों के साथ देश भर के अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श बन गया है। यह पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने वाला पहला राज्य है और अब तक यूडी टैक्स और बिजली छूट जैसे क्षेत्रों में लगभग एक हजार होटल से अधिक इससे लाभान्वित हुए हैं और जो भी पंजीयन करा रहे है उन्हें फायदा मिलना शुरु हो गया।
श्री राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने टूरिज्म डवलपमेंट फंड को भी एक हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए कर दिया है। इसके अतिरिक्त, राज्य में पांच अंतरराष्ट्रीय गोल्फ कोर्स और पांच माईस सेंटर भी खुल रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में श्री राठौड़ ने कहा कि रुरल टूरिज्म पोलिसी के तहत अब गांवों में पर्यटन को बढ़ावा मिलने लगा हैं और अब भूमि रुपांतरण की जो समस्या आ रही थी उसका समाधान भी किया गया जिससे ग्रामीण भी इस और आकर्षित होने लगे हैं।
इस अवसर पर राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा कि सरकार की पहल के कारण वर्ष 2019 में 187 प्रोजेक्ट्स की तुलना में वर्ष 2022 में 4500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश और 14856 कमरों वाली 206 नई परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं। उच्च स्तरीय होटल शृंखलाएं जयपुर में आ गई हैं और विकास के विभिन्न चरणों में हैं। वर्ष 2021 के दौरान 2.20 करोड़ की तुलना में वर्ष 2022 में 10.87 करोड़ पर्यटक राजस्थान आए। एक वर्ष में पर्यटकों की संख्या में 8 करोड़ की वृद्धि कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि राज्य में निवेश के लिए 13 हजार करोड़ के एमओयू हुए जिनमें साढ़े चार हजार करोड़ के एमओयू धरातल पर आ गए है। श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा कि पर्यटन के बारे में जानकारी एवं बढावा देने के लिए पांच हजार गाइड हैं जिनमें एक हजार राज्य स्तरीय एवं चार हजार स्थानीय स्तर के हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटन मित्रों की भी भर्ती की जा रही है और शीघ्र ही पहले चरण में 500 पर्यटन मित्र सामने आ जायेंगे। उन्होंने कहा कि उद्योग लाभ के दायरे में अधिकतम संख्या में पर्यटन इकाइयों को शामिल करने का प्रयास किया गया है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में होटल, 10 या अधिक कमरों वाले, रीको भूमि पर होटल संचालित करने वाली पर्यटन इकाइयों, संचालित किए जा रहे होटलों, आरटीडीसी और आरएसएचसी होटलों और केंद्र एवं राज्य सरकार के संग्रहालयों पर राजस्व विभाग / जिला कलेक्टर द्वारा रूपांतरण आदेश लागू किया है। राज्य में नये धार्मिक सर्किट भी विकसित किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 'रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म' और 'सस्टेनेबिलिटी' के लिए सर्वोत्तम प्रैक्टिस को अपनाने जैसी प्रैक्टिसिज के प्रति व्यवहारिक बदलाव की आवश्यकता है।
एफएचटीआर के अध्यक्ष अपूर्व कुमार ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे राज्य की मूर्त और अमूर्त विरासत को संरक्षित करने की भी सख्त जरूरत है और यही कारण है कि इस वर्ष मार्ट की थीम उपयुक्त रूप से सस्टेनेबल टूरिज्म रखी गई है। उन्होंने दूरदर्शी और सक्षम बनाने वाले प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार और पर्यटन विभाग के प्रयासों की सराहना की।
आरडीटीएम का आयोजन राज्य का पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) द्वारा किया जा रहा है।
सोलह जुलाई तक चलने वाले इस मार्ट में राजस्थान के 200 से अधिक प्रदर्शक अपने पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरे देश से 200 से अधिक डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स भाग ले रहे हैं। दो दिनों के दौरान खरीदारों और विक्रेताओं के बीच सात हजार से अधिक बी2बी संरचित बैठकें होंगी, जो अपने 600 से अधिक पर्यटन उत्पादों जैसे होटल, मोटल्स, रिसॉर्ट्स, ईटरीज, हेरिटेज प्रॉपर्टीज, एम्यूजमेंट पार्क आदि की कुशलता और क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। मार्ट में देश के लगभग सभी राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा आदि से खरीददार शामिल हुए हैं।






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