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शिमला- हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में बारिश से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ सड़कों और राजमारà¥à¤—ों
पर पांच दिनों तक फंसे रहने के बाद कà¥à¤²à¥à¤²à¥‚ के कसोल और खीरगंगा इलाकों में फंसे
लगà¤à¤— 10,000 परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• अपने वाहनों के बिना बाहर जाने
में अनिचà¥à¤›à¥à¤• हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सà¥à¤–विंदर सिंह सà¥à¤•à¥à¤–ू ने संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में कहा कि सरकार ने
उनसे वाहनों की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ पारà¥à¤•à¤¿à¤‚ग के बारे में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ परà¥à¤šà¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने का आगà¥à¤°à¤¹
किया था और बाद में सड़कें साफ होने पर वे अपने वाहन ले जा सकते हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ के बावजूद करीब 10 हजार परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚
ने सड़क की बहाली तक बारिश पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में रà¥à¤•à¤¨à¥‡ का फैसला किया, जिसमें à¤à¤•
पखवाड़े से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को बादल फटने के बाद रिकांग-पियो में 150
परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• मारे गà¤à¥¤ चंदà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² में बचाव अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चल रहा है और फंसे हà¥à¤ लोगों का
पहला काफिला लोसर की ओर आ रहा है। महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• और पà¥à¤£à¥‡
के 250 लोग पिछले पांच दिनों से चंदà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² à¤à¥€à¤²
में फंसे हà¥à¤ हैं।
हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ से परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को बचाने की कोशिश की गई है, लेकिन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯
वायà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने पायलट को चंदà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² पर असà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ जगह पर हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤° उतारने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿
नहीं दी और अब दो मंतà¥à¤°à¥€ फंसे हà¥à¤ लोगों को निकालने के लिठबचाव अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ की देखरेख
कर रहे हैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि चंदà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² पर माइनस चार डिगà¥à¤°à¥€ सेलà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¸ पर फिसलन à¤à¤°à¥€ सड़क पर
गाड़ी चलाना जोखिम à¤à¤°à¤¾ है, इसलिठनिकासी
अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में समय लग रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि चार किलोमीटर सड़क पर गाड़ी चलाने में
à¤à¤• घंटा लगता है।
कसोल में फंसे सà¤à¥€ विदेशियों को संबंधित दूतावास की मदद से कà¥à¤²à¥à¤²à¥‚ से निकाला
जाना चाहिà¤à¥¤
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इजराइल के दूतावास ने निकासी की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ मांगी है।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा,"दूतावास का
हेलिकॉपà¥à¤Ÿà¤° कà¥à¤²à¥à¤²à¥‚ के कई इलाकों में फंसे विदेशी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को निकालने में सकà¥à¤·à¤®
होगा।"
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जो लोग वाहनों सहित फंसे हà¥à¤ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने
वाहन ले जाने का आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ दिया जा रहा है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤²à¤¿à¤¸
हिरासत में रखा जाà¤à¤—ा और यदि वे तà¥à¤°à¤‚त घर जाना चाहते हैं तो वाहन के मालिक को à¤à¤•
रसीद सौंपी जाà¤à¤—ी।
सरकार को बारिश से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ सड़कों को बहाल करना है, लेकिन इसमें समय
लगेगा और बेहतर होगा कि परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• अपने घरों को लौट जाà¤à¤‚. सरकार किसी पर घर जाने के
लिठदबाव नहीं बनाà¤à¤—ी, बलà¥à¤•à¤¿ बचाव
अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ पूरा होने तक उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हर संà¤à¤µ सहायता पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करेगी।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¥€ बारिश से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ बिजली, पानी, इंटरनेट और फोन
सेवाà¤à¤‚ बहाल कर दी गई हैं और अवरà¥à¤¦à¥à¤§ सड़कों को साफ करने के लिठजेसीबी और à¤à¤¾à¤°à¥€
मशीनें तैनात की गई हैं।
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