समाचार ब्यूरो
15/01/2022  :  10:16 HH:MM
अखरोट प्रसंस्करण के लिए जो यंत्र उन्होंने बनाए हैं उनमें अखरोट तोड़ने वाली मशीन और अखरोट छीलने वाला यंत्र, वॉशर और सॉर्टर भी शामिल है जो अखरोट के उत्पादन को सुव्यवस्थित करता है और अखरोट के प्रसंस्करण के काम में लगे लोगों की कड़ी मेहनत को कम करने में मदद करता है। अखरोट प्रसंस्करण का काम मुख्य रूप से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में होता है, साथ ही लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी यह काम किया जाता है। इन यंत्रों ने अखरोट के प्रसंस्करण व्यवसाय में शामिल लोगों को सशक्त बनाया है, जिससे लोग की पेपर-शेल, पतले-खोल, मध्यम-खोल, और कठोर-खोल वाले विभिन्न प्रकार के अखरोट की घरेलू और वैश्विक बाजारों में कुशलतापूर्वक आपूर्ति करने की क्षमता बढ़ी है। इन मशीनों की मदद से उन्हें छिलके वाले अखरोट के बजाय खाने योग्य अखरोट का निर्यात और विपणन कर अपने व्यवसाय को बढ़ाने का अवसर मिल रहा है, साथ ही इससे अंतिम उत्पाद अधिक आकर्षक बन जाता है। इसके अलावा, इसने प्रसंस्करण के दौरान गोले के टूटने और उड़ने के रिस्क को कम कर दिया है, जिससे आंखों में चोट लगने का खतरा भी कम हुआ है। इस प्रौद्योगिकी के प्रति अंतरराष्ट्रीय बाजारों ने भी रुचि दिखाई है, विशेष रूप से 2017 में भारत-अफगानिस्तान व्यापार एवं निवेश प्रदर्शनी के अवसर पर अफगानिस्तान के व्यापारियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई। उनके अन्य नवाचारों में पोल-प्रो की भी उपयोगिता सिद्ध हुई है। इसका निर्माण और उपयोग मूलतः कश्मीर घाटी के जटिल भौगोलिक क्षेत्र की अपरिहार्यता रही है, जहां नियमित देखभाल के लिए भारी सीढ़ियां ले जानी पड़ती थीं और पूरे कार्य को निपटाने में अधिक समय लगता था। इस पोल-प्रो ने ज्यादातर विषम परिस्थितियों में भारी भरकम सीढ़ी की आवश्यकता को समाप्त कर दिया। इसने सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ बिजली, दूरसंचार और अन्य खंभों पर आसानी से पहुंचकर समस्याओं का पता लगाने में मदद की है। यह प्रौद्योगिकी एंवेंटा गैजेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड (Anventa Gadgetix Pvt Ltd) के माध्यम से बाजार में उपलब्ध है, जो भारत सरकार (डीआईपीपी25154) द्वारा मान्यता प्राप्त एक स्टार्ट-अप है और एक टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर (टीबीआई) इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप काउंसिल - एनआईएफ(NIFientreC) द्वारा इनक्यूबेट किया गया है तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थन प्राप्त है। इन नवाचारों और कई अन्य नवाचारों के साथ मुश्ताक ने अन्य इनोवेटर के साथ मिलकर डीपीआईआईटी द्वारा मान्यता प्राप्त दो स्टार्ट-अप शुरू किए हैं। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त निकाय नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (एन आई एफ) से सहायता प्राप्त मुश्ताक के श्रृंखलाबद्ध नवाचारों का उल्लेख जम्मू-कश्मीर के माननीय उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा ने दिसंबर 2021 के "आवाम की आवाज" में किया था। अखरोट क्रैकर सबसे उल्लेखनीय नवाचार रहा है, जो कि आज भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अनंतनाग स्थित रफीक इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड (डीआईपीपी8028) नामक एक और स्टार्ट-अप का आधार है। इसे NIFientreC द्वारा इनक्यूबेट किया जा रहा है। मुश्ताक अहमद डार लगातार नवाचार जारी रखते हुए और अधिक नवाचारों के साथ आ रहे हैं। एनआईएफ ने उन्हें विभिन्न रूप में सहायता दी है जिसमें मूल्य संवर्धन और सत्यापन, उत्पाद विकास, आईपी सुरक्षा, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और सामुदायिक कार्यशाला आदि शामिल है ताकि क्षेत्र में उनके जैसे कई अन्य इनोवेटर इस सुविधा का लाभ उठा सकें और आने वाले समय में नए उत्पादों के नवाचार के लिए संभावनाएं पैदा हो सकें। इसके साथ-साथ मुश्ताक के नवाचारों को आगे बढ़ाने वाले उद्यमों के इकाई निगमन, स्टार्ट-अप पंजीकरण में सहयोग और विभिन्न व्यावसायिक विकास के अवसर भी प्रदान किए गए हैं।
Total View  1283

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि भारत सरकार के सभी मंत्रालय/विभाग इस दशक के लिए समय-सीमा और मील के पत्थर के साथ दीर्घकालिक लक्ष्यों और संबंधित परिणामों को चिन्हित करने के लिए विजन इंडिया-2047 के लिए एक दस्तावेज तैयार करेंगे। शासन को लेकर परिकल्पित विजन इंडिया-2047 को प्राप्त करने के लिए आवश्यक संरचनात्मक और संस्थागत सुधारों का सुझाव देने के लिए, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) ने 15 जनवरी, 2022 को शाखा विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और वैज्ञानिक समुदाय के साथ एक बैठक बुलाई है।

माननीय à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤”र à¤ªà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी à¤ªà¥ƒà¤¥à¥à¤µà¥€ à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¤®à¤‚त्री (स्वतंत्र à¤ªà¥à¤°à¤­à¤¾à¤°) à¤”र à¤ªà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚त्री à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤®à¥‡à¤‚ à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¤®à¤‚त्री à¤µ à¤•à¤¾à¤°à¥à¤®à¤¿à¤•, à¤²à¥‹à¤• à¤¶à¤¿à¤•à¤¾à¤¯à¤¤ à¤”र à¤ªà¥‡à¤‚शन, à¤ªà¤°à¤®à¤¾à¤£à¥ à¤Šà¤°à¥à¤œà¤¾ à¤µà¤¿à¤­à¤¾à¤— à¤”र à¤…ंतरिक्ष à¤µà¤¿à¤­à¤¾à¤— à¤•à¥‡ à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¤®à¤‚त्री à¤¡à¥‰. à¤œà¤¿à¤¤à¥‡à¤‚द्र à¤¸à¤¿à¤‚ह 15 à¤œà¤¨à¤µà¤°à¥€, 2022 à¤•à¥‹ शासन à¤•à¥‡ à¤®à¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ à¤ªà¤° à¤¶à¤¾à¤–ा à¤µà¤¿à¤¶à¥‡à¤·à¤œà¥à¤žà¥‹à¤‚ à¤•à¥‡ à¤¸à¤¾à¤¥ à¤ªà¤¹à¤²à¥€ à¤¬à¥ˆà¤ à¤• à¤•à¥€ à¤…ध्यक्षता à¤•à¤°à¥‡à¤‚गे।

केंद्रीय à¤¸à¤šà¤¿à¤µà¤¾à¤²à¤¯ à¤®à¥‡à¤‚ à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤£à¤¯ à¤²à¥‡à¤¨à¥‡ à¤•à¥€ à¤¦à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ à¤®à¥‡à¤‚ à¤¸à¥à¤§à¤¾à¤°, à¤²à¤‚बित à¤®à¤¾à¤®à¤²à¥‹à¤‚ à¤•à¥‹ à¤•à¤® à¤•à¤°à¤¨à¤¾, à¤®à¤‚त्रालयों/विभागों à¤•à¥‡ à¤•à¤¾à¤®à¤•à¤¾à¤œ à¤•à¥‹ à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¸à¤‚गत à¤¬à¤¨à¤¾à¤¨à¤¾, à¤²à¥‹à¤• à¤¸à¥‡à¤µà¤¾ à¤®à¥‡à¤‚ à¤¨à¥ˆà¤¤à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, à¤ªà¤¾à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤à¤¾ à¤”र à¤œà¤µà¤¾à¤¬à¤¦à¥‡à¤¹à¥€, à¤ªà¥à¤°à¤­à¤¾à¤µà¥€ à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों à¤•à¤¾ à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£, à¤¸à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤®à¥‡à¤‚ à¤¸à¥à¤§à¤¾à¤° à¤•à¥‡ à¤®à¥‚ल à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚त, à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤•à¥‡ à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ à¤•à¥€ à¤¬à¥‡à¤‚चमार्किंग 21वीं à¤¸à¤¦à¥€ à¤•à¥‡ à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ à¤®à¥‡à¤‚ à¤ªà¥à¤°à¤¬à¤‚धन à¤•à¥€ à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯-प्रणाली, à¤¨à¤¾à¤—रिक à¤•à¥‡à¤‚द्रित à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ à¤¸à¤šà¤¿à¤µà¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ à¤®à¥‡à¤‚ à¤¸à¥à¤§à¤¾à¤°, à¤œà¤¿à¤²à¤¾ à¤•à¤²à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ, à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ à¤®à¥‡à¤‚ à¤ªà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी à¤•à¤¾ à¤‰à¤ªà¤¯à¥‹à¤— à¤”र à¤‰à¤¤à¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ à¤¸à¤‚स्थानों à¤•à¤¾ à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£ à¤¸à¥‡ à¤¸à¤‚बंधित à¤ªà¥à¤°à¤®à¥à¤– à¤®à¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ à¤ªà¤° à¤šà¤°à¥à¤šà¤¾ à¤•à¥€ à¤œà¤¾à¤à¤—ी।

पंद्रह à¤¶à¤¾à¤–ा à¤µ à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° à¤µà¤¿à¤¶à¥‡à¤·à¤œà¥à¤ž à¤šà¤°à¥à¤šà¤¾ à¤®à¥‡à¤‚ à¤­à¤¾à¤— à¤²à¥‡à¤‚गे, à¤œà¤¿à¤¨à¤®à¥‡à¤‚ à¤ªà¥‚र्व à¤•à¥ˆà¤¬à¤¿à¤¨à¥‡à¤Ÿ à¤¸à¤šà¤¿à¤µ, à¤¡à¥€à¤“पीटी à¤•à¥‡ à¤ªà¥‚र्व à¤¸à¤šà¤¿à¤µ à¤šà¥à¤¨à¤¿à¤‚दा à¤†à¤ˆà¤†à¤ˆà¤Ÿà¥€ à¤”र à¤†à¤ˆà¤†à¤ˆà¤à¤® à¤•à¥‡ à¤¨à¤¿à¤¦à¥‡à¤¶à¤• à¤µ à¤à¤à¤¸à¤¸à¥€à¤†à¤ˆ à¤”र à¤•à¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£ à¤†à¤¯à¥‹à¤— à¤¸à¥‡ à¤œà¥à¥œà¥‡ à¤µà¤¿à¤¶à¥‡à¤·à¤œà¥à¤ž à¤¶à¤¾à¤®à¤¿à¤² à¤¹à¥‹à¤‚गे। à¤¸à¤šà¤¿à¤µ, à¤¡à¥€à¤à¤†à¤°à¤ªà¥€à¤œà¥€ à¤µà¥€. à¤¶à¥à¤°à¥€à¤¨à¤¿à¤µà¤¾à¤¸ à¤”र à¤†à¤ˆà¤†à¤ˆà¤ªà¥€à¤ à¤•à¥‡ à¤®à¤¹à¤¾à¤¨à¤¿à¤¦à¥‡à¤¶à¤• à¤¡à¥‰. à¤à¤¸.एन. à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ à¥€ à¤¬à¥ˆà¤ à¤• à¤®à¥‡à¤‚ à¤¹à¤¿à¤¸à¥à¤¸à¤¾ à¤²à¥‡à¤‚गे।






Enter the following fields. All fields are mandatory:-
Name :  
  
Email :  
  
Comments  
  
Security Key :  
   1732132
 
     
Related Links :-
पार्श्वगायक नहीं अभिनेता बनना चाहते थे मुकेश
दिग्गज बॉलीवुड गीतकार देव कोहली का निधन
शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की निगरानी से करायें जांच : सुशील
स्वदेशी गाय की खरीद पर ट्रांसर्पोटेशन और बीमा का खर्च उठाएगी योगी सरकार
शंखनाद अभियान का आगाज करेगी भाजपा
आयकर विभाग की वेबसाइट नये स्वरूप में लाँच
अडानी ने लगायी गुजरात ऊर्जा निगम को 3900 करोड़ रुपए की चपत: कांग्रेस
लखनऊ रामेश्वरम रेल हादसे पर खडगे, राहुल, प्रियंका ने जताया शोक
तमिलनाडु ट्रेन हादसे पर मुर्मु ने जताया शोक
एनडीएमए ने ‘आपदा मित्रों’ को किया सम्मानित