नयी दिलà¥à¤²à¥€- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता राहà¥à¤² गांधी के खिलाफ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€
(à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾) के विधायक पूरà¥à¤£à¥‡à¤¶ मोदी ने उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¤• 'कैविà¤à¤Ÿ' दायर की है।
शà¥à¤°à¥€ मोदी की मानहानि की शिकायत के बाद अदालत ने शà¥à¤°à¥€ गांधी को दोषी ठहराया
था। इसकी वजह से कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€ नेता की लोकसà¤à¤¾ की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ समापà¥à¤¤ कर दी गई थी।
शà¥à¤°à¥€ गांधी ने निचली अदालत के फैसले को गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दी थी, जिसे खारिज कर
दिया गया। वायनाड लोकसà¤à¤¾ के पूरà¥à¤µ सांसद शà¥à¤°à¥€ गांधी उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के 07
जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ के फैसले को शीरà¥à¤· नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दे सकते
हैं।
इसी के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ विधायक ने शीरà¥à¤· अदालत में कैविà¤à¤Ÿ दायर कर गà¥à¤¹à¤¾à¤° लगाई
है कि यदि शà¥à¤°à¥€ गांधी उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के फैसले को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देते हैं तो सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ करते
समय उनका (शिकायत करने वाले) पकà¥à¤· à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾ जाà¤à¥¤
गौरतलब है कि मानहानि का यह मामला 2019 का है। इस मामले
में 23 मारà¥à¤š 2023 को सूरत के
मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤• मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ ने गांधी को मानहानि के अपराध के लिठदोषी ठहराया था। इस
अपराध के लिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिकतम दो साल की जेल की सजा सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ थी।