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नयी दिलà¥à¤²à¥€- उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पूरà¥à¤µà¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ जमà¥à¤®à¥‚
कशà¥à¤®à¥€à¤° को विशेष राजà¥à¤¯ का दरà¥à¤œà¤¾ देने वाले संविधान के अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370
को समापà¥à¤¤ करने के केंदà¥à¤° सरकार के फैसले को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देने वाली याचिकाओं पर
सोमवार और शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को छोड़कर दो अगसà¥à¤¤ से सà¤à¥€ कारà¥à¤¯ दिवसों पर रोजाना सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ
करेगा।
मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ डी वाई चंदà¥à¤°à¤šà¥‚ड़ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ संजय किशन कौल, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿
संजीव खनà¥à¤¨à¤¾, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ बी आर गवई और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿
सूरà¥à¤¯ कांत की à¤à¤• संविधान पीठमंगलवार को यह आदेश पारित किया।
संविधान पीठदो अगसà¥à¤¤ से पूरà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¨ 10:30 से सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥‚
करेगी। पीठने इससे पहले सà¤à¥€ पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को 27 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ तक
संबंधित दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ दाखिल करने का à¤à¥€ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया।
केंदà¥à¤° सरकार के करीब चार साल पूरà¥à¤µ 05 अगसà¥à¤¤ 2019
को संविधान की अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370 निरसà¥à¤¤ कर दिया
था। इसके बाद राजà¥à¤¯ को दो केंदà¥à¤° शासित पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ लदà¥à¤¦à¤¾à¤– और जमà¥à¤®à¥‚ और कशà¥à¤®à¥€à¤° में
विà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ कर दिया गया था।
शीरà¥à¤· अदालत के समकà¥à¤· केंदà¥à¤° सरकार का पकà¥à¤· सॉलिसिटर जनरल तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने रखा।
अदालत ने उनकी इस दलील पर पर à¤à¥€ गौर किया कि गृह मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने अधिसूचना के बाद के
जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° में बदले हालात पर अपना पकà¥à¤· 10 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को à¤à¤•
अतिरिकà¥à¤¤ हलफनामा जरिठअदालत के समकà¥à¤· रखा है। शà¥à¤°à¥€ मेहता ने साथ ही यह à¤à¥€ कहा कि
हलफनामे का संवैधानिक पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पर कोई असर नहीं होगा।
सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370 को निरसà¥à¤¤ करने
के बाद राजà¥à¤¯ में जो सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है, उस पर किसी à¤à¥€
पकà¥à¤· के पीछे हटने का कोई कारण नहीं हो सकता है।
संविधान पीठके समकà¥à¤· à¤à¤• पकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤° की राय रखते हà¥à¤ वरिषà¥à¤ वकील दà¥à¤·à¥à¤¯à¤‚त दवे ने
कहा कि हलफनामे के बारे में मीडिया ने वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• रूप से रिपोरà¥à¤Ÿ किया गया है। इस पर
पीठने कहा कि केंदà¥à¤° के हलफनामे का संवैधानिक सवालों से कोई लेना-देना नहीं है।
शीरà¥à¤· अदालत के समकà¥à¤· à¤à¤• अनà¥à¤¯ पकà¥à¤· का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ कर रही वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾
मेनका गà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि राजनीतिक दलों के कà¥à¤› नेताओं को गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया गया है।
इसलिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œà¥‹à¤‚ पर हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° करने की जरà¥à¤°à¤¤ होगी है। इस पर संविधान पीà¤
ने कहा कि जहां तक ​​पकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤° बनाने का सवाल है, कृपया यह मान
लें कि हम किसी को à¤à¥€ चà¥à¤ª नहीं कराà¤à¤‚गे लेकिन समय को संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ करना होगाâ€à¥¤
सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के दौरान वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ राजू रामचंदà¥à¤°à¤¨ ने संविधान पीठको अवगत कराया
कि आईà¤à¤à¤¸ अधिकारी शाह फैसल और सामाजिक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ शेहला राशिद ने अपनी याचिकाà¤à¤‚
वापस ले ली हैं।
शीरà¥à¤· अदालत में यह मामला (अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370 को समापà¥à¤¤ करने
के फैसले को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देने वाली) आखिरी बार मारà¥à¤š 2020 में सूचीबदà¥à¤§
किया गया था। तब कà¥à¤› याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने इस मामले को सात नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶à¥‹à¤‚ की संविधान पीà¤
के समकà¥à¤· सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ किया, लेकिन पीठने
उनके अनà¥à¤°à¥‹à¤§ को ठà¥à¤•à¤°à¤¾ दिया था।
मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ वाली पीठके समकà¥à¤· कà¥à¤› याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं की ओर से
इस मामले पर शीघà¥à¤° सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ की गà¥à¤¹à¤¾à¤° फरवरी 2023 में à¤à¥€ लगाई गई
थी। विशेष उलà¥à¤²à¥‡à¤– के दौरान लगाई गई इस गà¥à¤¹à¤¾à¤° पर पीठने कहा था कि वह इस मामले को
सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के लिठसूचीबदà¥à¤§ करने पर उचित समय पर फैसला लेगी।
शीरà¥à¤· अदालत में 10 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2023
को केंदà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दायर नठहलफनामे में दावा किया कि तीन दशकों की अशांति के
बाद पांच अगसà¥à¤¤ 2019 को संविधान के अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370
के तहत पूरà¥à¤µà¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ राजà¥à¤¯ का विशेष दरà¥à¤œà¤¾ वापस लेने के बाद जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में
जनजीवन सामानà¥à¤¯ होने के साथ ही उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¤—ति के नठयà¥à¤— की शà¥à¤°à¥‚आत हà¥à¤ˆ है।
केंदà¥à¤° ने अपने लिखित जवाब में कहा है कि मई 2023 के महीने में
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में जी -20 परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ कारà¥à¤¯ समूह की बैठक की मेजबानी
घाटी के इतिहास में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ घटना थी। परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ और देश ने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपनी
दृढ़ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ को गरà¥à¤µ से पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ किया कि अलगाववादी या आतंकवादी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को
à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ किया जा सकता है। कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ गणमानà¥à¤¯
वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया जा सकता है और वैशà¥à¤µà¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किठजा
सकते हैं।
केंदà¥à¤° सरकार ने कहा है कि तीन दशकों की अशांति के बाद जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में जीवन
सामानà¥à¤¯ हो गया है। पिछले तीन वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के दौरान सà¥à¤•à¥‚ल, कॉलेज और
विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ बिना किसी हड़ताल के सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ पूरà¥à¤µà¤• चल रहे हैं। हड़ताल और बंद की
पहले की पà¥à¤°à¤¥à¤¾ अब अतीत की बात हो गई है। खेल गतिविधियों में à¤à¤¾à¤—ीदारी अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ
है। यह संखà¥à¤¯à¤¾ वरà¥à¤· 2022-23 में 60 लाख तक पहà¥à¤‚च
गयी है। ये तथà¥à¤¯ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से 2019 में किठगà¤
संवैधानिक परिवरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ के सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ को साबित करते हैं।
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