लखनऊ- सबà¥à¤œà¥€ और जरूरी खादà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ की कीमतों में उतà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° बढ़ोतà¥à¤¤à¤°à¥€ से नाखà¥à¤¶ समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ (सपा) अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि डबल इंजन सरकार ने जनसामानà¥à¤¯ को महंगाई की आग में जलाने और पूंजीघरानों की à¤à¥‹à¤²à¥€ à¤à¤°à¤¨à¥‡ का काम किया है।
शà¥à¤°à¥€ यादव ने जारी बयान में कहा कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾à¤°à¤¾à¤œ में वसूली और लूट के चलते जनता की जेब पर महंगाई का डाका पड़ रहा है। टमाटर हो या अदरक, परवल, शिमला मिरà¥à¤š, हरी मिरà¥à¤š हो या मशरूम सà¤à¥€ के दाम आसमान छूने लगे है। यही नहीं अरहर, चना की दाल और आटा चावल à¤à¥€ महंगा हो गया है। गरीब की थाली अब खाली है। सामानà¥à¤¯ परिवार कैसे पाले। लोग कà¥à¤¯à¤¾ खाà¤à¤‚ कà¥à¤¯à¤¾ बचाà¤à¤‚।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि जनता महंगाई की चकà¥à¤•à¥€ में पिस रही है और à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार कà¤à¥€ काशी, कà¤à¥€ गोरखपà¥à¤° या अयोधà¥à¤¯à¤¾ में बड़े-बड़े बयानो की सौगात बांटने के साथ नà¤-नठजशà¥à¤¨ मनाने में मगन है। टमाटर 100 से 150 रूपये, परवल 100 से 120, लहसà¥à¤¨ 200 रू0 में बिक रहा है। कोई सबà¥à¤œà¥€ बाजार में 40 रूपये किलो से कम नहीं मिल रही है। जून महीने में अरहर, चना की दाल के दाम 12 फीसदी बà¥à¥‡ हैं तो गेहूं का आटा की कीमत 9 फीसदी दर से बॠगई। चावल के दाम 12 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बॠगठहैं।
शà¥à¤°à¥€ यादव ने कहा कि दरअसल à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार महंगाई पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हà¥à¤ˆ है। डबल इंजन सरकार ने जनसामानà¥à¤¯ को महंगाई की आग में जलाने और पूंजीघरानों की à¤à¥‹à¤²à¥€ à¤à¤°à¤¨à¥‡ का काम किया है। ये बड़े पूंजीघराने ही चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के मददगार रहते हैं। अपने लाठके लिठà¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ बà¥à¥‡ बैंक घाटे, करà¥à¤œ लेकर à¤à¤¾à¤— रहे उदà¥à¤¯à¥‹à¤—पतियों के मामले में जरा à¤à¥€ चिंतित नहीं है। जनता à¤à¥à¤—त रही है, à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार मसà¥à¤¤ है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ मानती है कि महंगाई से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पाने के लिठà¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को सतà¥à¤¤à¤¾ से हटाना जरूरी हो गया है। दाम बांधो नीति का जो नारा डॉ राममनोहर लोहिया जी ने दिया था उसे समाजवादी ही पूरा कर सकते हैं। समाजवादी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ परिवरà¥à¤¤à¤¨ के हामी हैं जिसमें गरीबों, वंचितों को विशेष अवसर दिया जाता है।