नयी दिलà¥à¤²à¥€- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने कहां है यह आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ की बात है कि इन दिनों जितने ठग, बà¥à¤²à¥ˆà¤•à¤®à¥‡à¤²à¤°, à¤à¤¾à¤‚सा देने वाले और घोटालेबाज पकड़े जा रहे हैं उनमें कई खà¥à¤¦ को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§, गृहमंतà¥à¤°à¥€ अमित शाह के करीबी या à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· जेपी नडà¥à¤¡à¤¾ के सीधे संपरà¥à¤• में होने का दावा कर रहे हैं।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ संचार विà¤à¤¾à¤— की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– पवन खेड़ा ने शनिवार को यहां पारà¥à¤Ÿà¥€ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में कहा कि इस तरह के हालात पहली बार देखे जा रहे हैं। à¤à¤¸à¤¾ लग रहा है कि ठगी का à¤à¤• बड़ा बरगद नयी दिलà¥à¤²à¥€ में है और उसके नीचे खरपतवार की तरह ठग चल रहे हैं। धोखेबाजों और जालसाजों का à¤à¥à¤‚ड संघ परिवार के ईकोसिसà¥à¤Ÿà¤® के तहत पनप रहा है और पकड़े जाने पर ये सारे ठग खà¥à¤¦ को पीà¤à¤®à¤à¤“ से जà¥à¥œà¤¾ हà¥à¤†, गृह मंतà¥à¤°à¥€ तथा à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· के करीबी बता रहे है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ होना चाहिठकि कà¥à¤¯à¤¾ ठग, बà¥à¤²à¥ˆà¤•à¤®à¥‡à¤²à¤°, à¤à¤¾à¤‚सा देने वाले, धोखेबाज, और घोटालेबाज à¤à¤• सोची-समà¤à¥€ साजिश के तहत मोदी सरकार में काम कर रहे हैं या तथाकथित सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® लीडर, इन धोखेबाजों से अनजान हैं। कमाल यह है कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ को जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ मिलते हैं लेकिन à¤à¤œà¤ªà¤¾ के शीरà¥à¤· नेतृतà¥à¤µ को ठग मिल रहे हैं। वो ठगों के लिठचà¥à¤‚बक बने हैं और ठग उनके आस-पास मंडराते हà¥à¤ उनका नाम इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करते हà¥à¤ विजिटिंग कारà¥à¤¡à¥à¤¸ में उनके कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ का नाम लगा रहे हैं।
पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा “पिछले कà¥à¤› साल में जितने ठग पकड़े गठहैं वो सब à¤à¤œà¤ªà¤¾ नेतृतà¥à¤µ के करीबी होने का दावा करते हैं। आज जो चारों तरफ 'ठगà¥à¤¸ ऑफ हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨' दिख रहे हैं, असली पावरफà¥à¤² कैबिनेट इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ ठगों की है। कोई ठग खà¥à¤¦ को अमित शाह का à¤à¤¤à¥€à¤œà¤¾ बताता है, कोई नडà¥à¤¡à¤¾ का करीबी बताता है। इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कई राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विधायकों को मूरà¥à¤– बना दिया है। सवाल है कि इनमें इतना आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ कहां से आता है। सबको पता है कि à¤à¤œà¤ªà¤¾ के नेता वोट लेकर जनता को ठगते हैं, काम नहीं करते। लेकिन ये ठग तो उनके नाम पर पैसे लेकर à¤à¥€ काम नहीं कर रहे।â€
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा “यश अमीन उरà¥à¤« विराज शाह खà¥à¤¦ को अमित शाह का à¤à¤¤à¥€à¤œà¤¾ बताकर विधायकों को मंतà¥à¤°à¥€ बना रहे थे। बृजेश रतà¥à¤¨ ने खà¥à¤¦ को अमित शाह का करीबी बताकर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¥€ से दो करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ की ठगी की लेकिन शिकायत पर कोई कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ शाह तो शाह, शहंशाह à¤à¥€ कम नहीं हैं। अंकित कà¥à¤®à¤¾à¤°, वासà¥à¤¦à¥‡à¤µ, सतेंदà¥à¤° ये सà¤à¥€ अपने को पीà¤à¤®à¤“ का अधिकारी बताते हैं। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का नाम लेकर ठगी करते हैं, विजिटिंग कारà¥à¤¡ छपा रखे हैं।â€
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने सवाल किया कि पीà¤à¤®à¤“ इन ठगों को माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का नाम उपयोग करने और इसे कलंकित करने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ कैसे दे सकता है। à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है कि वे सिरà¥à¤« à¤à¤• असà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ समाचार रिपोरà¥à¤Ÿ का हिसà¥à¤¸à¤¾ बन गठऔर à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कोई कठोर कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं की गई।