वाराणसी- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ और समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ (सपा) का नाम लिये बगैर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को कहा कि जिन दलों ने अतीत में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ का नाम सà¥à¤¨à¤•à¤° तिलमिला जाते हैं।
अपने संसदीय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में 12110 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ की विकास परियोजनाओं का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ और लोकारà¥à¤ªà¤£ करने के बाद à¤à¤• जनसà¤à¤¾ को संबोधित करते हà¥à¤¯à¥‡ शà¥à¤°à¥€ मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों से लोगों की सबसे बड़ी शिकायत ये थी कि वो योजनाà¤à¤‚ à¤à¤¯à¤°à¤•à¤‚डीशनà¥à¤¡ कमरों में बैठकर बनाती थी। जमीन पर उन योजनाओं का कà¥à¤¯à¤¾ असर हो रहा है, ये तब की सरकारों को पता ही नहीं चलता था। लेकिन à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बात, संवाद, मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ की à¤à¤• नई परंपरा शà¥à¤°à¥‚ की है। यानि बेनिफिट à¤à¥€ डायरेकà¥à¤Ÿ और फीडबैक à¤à¥€ डायरेकà¥à¤Ÿà¥¤ इसका फायदा ये हà¥à¤† कि हर सरकारी विà¤à¤¾à¤—, हर अफसर अपनी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ समà¤à¤¨à¥‡ लगे। अब किसी के लिठगà¥à¤£à¤¾-गणित का कोई चांस ही नहीं बचा है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि जिन दलों ने अतीत में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ का नाम सà¥à¤¨à¤•à¤° तिलमिला जाते हैं। आजादी के इतने साल बाद, लोकतंतà¥à¤° का सही लाठअब सही मायने में सही लोगों तक पहà¥à¤‚चा है। वरना पहले लोकतंतà¥à¤° के नाम पर सिरà¥à¤« गिने-चà¥à¤¨à¥‡ लोगों के हित साधे जाते थे, गरीब की कोई पूछ ही नहीं थी। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार में लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ वरà¥à¤— आज सचà¥à¤šà¥‡ सामाजिक नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और सचà¥à¤šà¥‡ सेकà¥à¤²à¤°à¤¿à¤œà¥à¤® का उदाहरण बन गया है। हम पूरी ताकत लगा रहे हैं कि हर योजना के आखिरी लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ को खोजकर, उस तक पहà¥à¤‚चकर, उसे योजना का लाठपहà¥à¤‚चाà¤à¤‚। जब सरकार खà¥à¤¦ ही पहà¥à¤‚च रही है तो कमीशन लेने वालों ,दलाली खाने वालों की दà¥à¤•à¤¾à¤¨ बंद हो गयी हैं।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने हरहà¥à¤†-रिंग रोड मारà¥à¤— पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ वाजिदपà¥à¤° में आयोजित विशाल जनसà¤à¤¾ में बटन दबाकर वाराणसी के सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण जनसरोकारी विकास के लिये 10720 करोड़ की 19 परियोजनाओं का लोकारà¥à¤ªà¤£ तथा 1427 करोड़ की 10 परियोजनाओं का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ किया। शà¥à¤°à¥€ मोदी अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में 9 सालों में 41वीं बार शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को अपने संसदीय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° ‘काशी’ आये।
शà¥à¤°à¥€ मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने देश पर दशकों तक राज किया, उनके शासन के मूल में ही बेईमानी रही और जब à¤à¤¸à¤¾ होता है तो चाहे कितना à¤à¥€ धन इकटà¥à¤ ा हो, तो कम ही पड़ता है। 2014 से पहले à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और परिवारवादियों की सरकारों के दौरान à¤à¤¸à¤¾ ही कारोबार चलता था। बजट की जब à¤à¥€ बात आती थी, तो घाटे का, नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ का ही बहाना होता था। आज गरीब कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो या फिर इंफà¥à¤°à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤šà¤°, बजट की कोई कमी नहीं है। वही करदाता हैं, वही सिसà¥à¤Ÿà¤® है लेकिन सरकार बदली है, नीयत बदली है, तो परिणाम à¤à¥€ बदले दिख रहे हैं।
पहले करपà¥à¤¶à¤¨ और कालाबाज़ारी की खबरों से अखबार à¤à¤°à¥‡ रहते थे। अब नठपà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ के शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ और लोकारà¥à¤ªà¤£ की खबरें अखबारों में छाई रहती हैं। बीते नौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में आठपरिवरà¥à¤¤à¤¨ का सबसे बड़ा उदाहरण, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेल है। ईसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¨ डेडिकेटेड फà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ कॉरिडोर यानि मालगाड़ियों के लिठविशेष पटरियों की योजना 2006 में शà¥à¤°à¥ हà¥à¤ˆ थी लेकिन 2014 तक à¤à¤• किलोमीटर टà¥à¤°à¥ˆà¤• à¤à¥€ नहीं बिछ पाया था। à¤à¤• किलोमीटर à¤à¥€ नहीं। पिछले नौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में इसका à¤à¤• बहà¥à¤¤ बड़ा हिसà¥à¤¸à¤¾ पूरा हो चà¥à¤•à¤¾ है। इस पर मालगाड़ियां चलनी शà¥à¤°à¥ कर चà¥à¤•à¥€ हैं। आज à¤à¥€ दीनदयाल उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ जंकà¥à¤¶à¤¨ से नà¥à¤¯à¥‚ सोननगर खंड का लोकारà¥à¤ªà¤£ किया गया है। इससे मालगाड़ियों की सà¥à¤ªà¥€à¤¡ तो बढ़ेगी ही, पूरà¥à¤µà¤¾à¤‚चल में, पूरà¥à¤µà¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में रोजगार के अनेक नठअवसर बनेंगे।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि बीते नौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में हमने सिरà¥à¤« à¤à¤• परिवार और à¤à¤• पीढ़ी के लिठसिरà¥à¤« योजनाà¤à¤‚ नहीं बनाई हैं, बलà¥à¤•à¤¿ आने वाली पीढ़ियों का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ à¤à¥€ सà¥à¤§à¤° जाà¤, इसको धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखकर के काम किया है। अब जैसे गरीबों के घर की योजना है। अà¤à¥€ तक देश में चार करोड़ से अधिक परिवारों को पीà¤à¤® आवास योजना के पकà¥à¤•à¥‡ घर मिल चà¥à¤•à¥‡ हैं। आज à¤à¥€ यहां यूपी के साढ़े चार लाख गरीब परिवारों को पकà¥à¤•à¥‡ घर सà¥à¤ªà¥à¤°à¥à¤¦ किठगठहैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि देश के संसाधनों पर वंचितों का, गरीबों का सबसे बड़ा हक होता है। पहले बैंक तक पहà¥à¤‚च à¤à¥€ सिरà¥à¤« अमीर लोगों की होती थी। गरीबों के लिठतो ये माना जाता था कि पैसा ही नहीं है, तो बैंक खाते का कà¥à¤¯à¤¾ करेंगे। कà¥à¤› लोग सोचते थे कि गारंटी देने के लिठकोई नहीं है, तो बैंक लोन कैसे मिल पाà¤à¤—ा। बीते नौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में इस सोच को à¤à¥€ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने बदल दिया। हमने बैंकों के दरवाज़े सबके लिठखोल दिà¤à¥¤ हमने करीब-करीब 50 करोड़ जनधन बैंक खाते खोले। मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ योजना के तहत 50 हज़ार से लेकर 10 लाख रà¥à¤ªà¤ तक के ऋण बिना गारंटी दिà¤à¥¤ यहां यूपी में à¤à¥€ करोड़ों लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ योजना का लाठउठाकर अपना काम शà¥à¤°à¥‚ किया है। इसमें सबसे अधिक लाठगरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• परिवारों से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ साथियों और महिला उदà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को हà¥à¤† है। यही तो सामाजिक नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है, जिसकी गारंटी à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार दे रही है।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने अपने उदबोधन की शà¥à¤°à¥‚आत à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता की जय, हर हर महादेव, माता अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ की जय और गंगा मैया की जय से की। इस मौके पर उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² आनंदी बेन पटेल, मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ मौजूद थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा “ सावन के महीने की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हो...बाबा विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ और मां गंगा का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ हो और बनारस के लोगों का साथ हो, फिर तो जीवन बिलà¥à¤•à¥à¤² धनà¥à¤¯ हो जाता है। मैं जानता हूं कि आजकल काशी के आप लोग बहà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ हैं, काशी में रौनक जरा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ही हो रही है आजकल। देश-दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से हजारों शिवà¤à¤•à¥à¤¤ यहां हर रोज बाबा को जल चढ़ाने पहà¥à¤‚च रहे हैं और इस बार तो सावन की अवधि à¤à¥€ जरा अधिक है। à¤à¤¸à¥‡ में इस बार बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठरिकॉरà¥à¤¡ संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं का आना तय है। लेकिन इन सबके साथ à¤à¤• और बात तय है। अब जे à¤à¥€ बनारस आई, त ख़à¥à¤¶ होके ही जाई।â€
शà¥à¤°à¥€ मोदी ने कहा “ आज काशी सहित उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ को लगà¤à¤— 12 हज़ार करोड़ रà¥à¤ªà¤ की परियोजनाओं का उपहार मिला है। हमने जो काशी की आतà¥à¤®à¤¾ को बनाठरखते हà¥à¤ नूतन काया का संकलà¥à¤ª लिया है, ये उसका विसà¥à¤¤à¤¾à¤° है। इनमें रेल, रोड, पानी, शिकà¥à¤·à¤¾, टूरिजà¥à¤® से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ हैं, घाटों के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤µà¤¿à¤•à¤¾à¤¸ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ हैं। â€