समाचार ब्यूरो
07/07/2023  :  23:42 HH:MM
लाभार्थी का नाम सुन कर तिलमिला जाते है कुछ दल : मोदी
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वाराणसी- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) का नाम लिये बगैर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जिन दलों ने अतीत में भ्रष्ट और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाभार्थी का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं।
अपने संसदीय क्षेत्र में 12110 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों से लोगों की सबसे बड़ी शिकायत ये थी कि वो योजनाएं एयरकंडीशन्ड कमरों में बैठकर बनाती थी। जमीन पर उन योजनाओं का क्या असर हो रहा है, ये तब की सरकारों को पता ही नहीं चलता था। लेकिन भाजपा सरकार ने लाभार्थियों से बात, संवाद, मुलाकात की एक नई परंपरा शुरू की है। यानि बेनिफिट भी डायरेक्ट और फीडबैक भी डायरेक्ट। इसका फायदा ये हुआ कि हर सरकारी विभाग, हर अफसर अपनी जिम्मेदारी समझने लगे। अब किसी के लिए गुणा-गणित का कोई चांस ही नहीं बचा है।
उन्होने कहा कि जिन दलों ने अतीत में भ्रष्ट और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाभार्थी का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं। आजादी के इतने साल बाद, लोकतंत्र का सही लाभ अब सही मायने में सही लोगों तक पहुंचा है। वरना पहले लोकतंत्र के नाम पर सिर्फ गिने-चुने लोगों के हित साधे जाते थे, गरीब की कोई पूछ ही नहीं थी। भाजपा सरकार में लाभार्थी वर्ग आज सच्चे सामाजिक न्याय और सच्चे सेकुलरिज्म का उदाहरण बन गया है। हम पूरी ताकत लगा रहे हैं कि हर योजना के आखिरी लाभार्थी को खोजकर, उस तक पहुंचकर, उसे योजना का लाभ पहुंचाएं। जब सरकार खुद ही पहुंच रही है तो कमीशन लेने वालों ,दलाली खाने वालों की दुकान बंद हो गयी हैं।
प्रधानमंत्री ने हरहुआ-रिंग रोड मार्ग पर स्थित वाजिदपुर में आयोजित विशाल जनसभा में बटन दबाकर वाराणसी के सर्वांगीण जनसरोकारी विकास के लिये 10720 करोड़ की 19 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 1427 करोड़ की 10 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। श्री मोदी अपने कार्यकाल में 9 सालों में 41वीं बार शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र ‘काशी’ आये।
श्री मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने देश पर दशकों तक राज किया, उनके शासन के मूल में ही बेईमानी रही और जब ऐसा होता है तो चाहे कितना भी धन इकट्ठा हो, तो कम ही पड़ता है। 2014 से पहले भ्रष्टाचारियों और परिवारवादियों की सरकारों के दौरान ऐसा ही कारोबार चलता था। बजट की जब भी बात आती थी, तो घाटे का, नुकसान का ही बहाना होता था। आज गरीब कल्याण हो या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर, बजट की कोई कमी नहीं है। वही करदाता हैं, वही सिस्टम है लेकिन सरकार बदली है, नीयत बदली है, तो परिणाम भी बदले दिख रहे हैं।
पहले करप्शन और कालाबाज़ारी की खबरों से अखबार भरे रहते थे। अब नए प्रोजेक्ट्स के शिलान्यास और लोकार्पण की खबरें अखबारों में छाई रहती हैं। बीते नौ वर्षों में आए परिवर्तन का सबसे बड़ा उदाहरण, भारतीय रेल है। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यानि मालगाड़ियों के लिए विशेष पटरियों की योजना 2006 में शुरु हुई थी लेकिन 2014 तक एक किलोमीटर ट्रैक भी नहीं बिछ पाया था। एक किलोमीटर भी नहीं। पिछले नौ वर्षों में इसका एक बहुत बड़ा हिस्सा पूरा हो चुका है। इस पर मालगाड़ियां चलनी शुरु कर चुकी हैं। आज भी दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से न्यू सोननगर खंड का लोकार्पण किया गया है। इससे मालगाड़ियों की स्पीड तो बढ़ेगी ही, पूर्वांचल में, पूर्वी भारत में रोजगार के अनेक नए अवसर बनेंगे।
उन्होने कहा कि बीते नौ वर्षों में हमने सिर्फ एक परिवार और एक पीढ़ी के लिए सिर्फ योजनाएं नहीं बनाई हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सुधर जाए, इसको ध्यान में रखकर के काम किया है। अब जैसे गरीबों के घर की योजना है। अभी तक देश में चार करोड़ से अधिक परिवारों को पीएम आवास योजना के पक्के घर मिल चुके हैं। आज भी यहां यूपी के साढ़े चार लाख गरीब परिवारों को पक्के घर सुपुर्द किए गए हैं।
उन्होने कहा कि देश के संसाधनों पर वंचितों का, गरीबों का सबसे बड़ा हक होता है। पहले बैंक तक पहुंच भी सिर्फ अमीर लोगों की होती थी। गरीबों के लिए तो ये माना जाता था कि पैसा ही नहीं है, तो बैंक खाते का क्या करेंगे। कुछ लोग सोचते थे कि गारंटी देने के लिए कोई नहीं है, तो बैंक लोन कैसे मिल पाएगा। बीते नौ वर्षों में इस सोच को भी भाजपा सरकार ने बदल दिया। हमने बैंकों के दरवाज़े सबके लिए खोल दिए। हमने करीब-करीब 50 करोड़ जनधन बैंक खाते खोले। मुद्रा योजना के तहत 50 हज़ार से लेकर 10 लाख रुपए तक के ऋण बिना गारंटी दिए। यहां यूपी में भी करोड़ों लाभार्थियों ने मुद्रा योजना का लाभ उठाकर अपना काम शुरू किया है। इसमें सबसे अधिक लाभ गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक परिवारों से जुड़े साथियों और महिला उद्यमियों को हुआ है। यही तो सामाजिक न्याय है, जिसकी गारंटी भाजपा सरकार दे रही है।
प्रधानमंत्री ने अपने उदबोधन की शुरूआत भारत माता की जय, हर हर महादेव, माता अन्नपूर्णा की जय और गंगा मैया की जय से की। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे। उन्होने कहा “ सावन के महीने की शुरुआत हो...बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो, फिर तो जीवन बिल्कुल धन्य हो जाता है। मैं जानता हूं कि आजकल काशी के आप लोग बहुत व्यस्त हैं, काशी में रौनक जरा ज्यादा ही हो रही है आजकल। देश-दुनिया से हजारों शिवभक्त यहां हर रोज बाबा को जल चढ़ाने पहुंच रहे हैं और इस बार तो सावन की अवधि भी जरा अधिक है। ऐसे में इस बार बाबा के दर्शन के लिए रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं का आना तय है। लेकिन इन सबके साथ एक और बात तय है। अब जे भी बनारस आई, त ख़ुश होके ही जाई।”
श्री मोदी ने कहा “ आज काशी सहित उत्तर प्रदेश को लगभग 12 हज़ार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उपहार मिला है। हमने जो काशी की आत्मा को बनाए रखते हुए नूतन काया का संकल्प लिया है, ये उसका विस्तार है। इनमें रेल, रोड, पानी, शिक्षा, टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट हैं, घाटों के पुनर्विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं। ”






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