देहरादून- उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड
के ऊंचाई वाले इलाकों में होने वाले फल काफल के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° à¤à¤¾à¤ˆ दामोदर
दास मोदी à¤à¥€ मà¥à¤°à¥€à¤¦ हो गठहैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में खत लिखकर अपनी हृदय अनà¥à¤à¥‚ति
वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की है।
हाल ही में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी
दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को à¤à¥‡à¤‚ट किये गठउतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ फल काफल के सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤
में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने पतà¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤® से उनका आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया है।
शà¥à¤°à¥€ धामी को संबोधित अपने पतà¥à¤° में शà¥à¤°à¥€
मोदी ने कहा है कि देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ से à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठरसीले और दिवà¥à¤¯ मौसमी फल ‘काफल’ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤
हà¥à¤à¥¤ हमारी पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ने हमें à¤à¤• से बढ़कर à¤à¤• उपहार दिठहैं और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ तो इस
मामले में बहà¥à¤¤ धनी है, जहां
औषधीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ कंद-मूल और फल-फूल पà¥à¤°à¤šà¥à¤° मातà¥à¤°à¤¾ में पाठजाते हैà¤à¥¤ काफल à¤à¤¸à¤¾
ही à¤à¤• फल है जिसके औषधीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का उलà¥à¤²à¥‡à¤– पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थों में à¤à¥€ मिलता
है।
पतà¥à¤° में शà¥à¤°à¥€ मोदी ने आगे कहा है कि
काफल उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में à¤à¥€ रचा बसा है। इसका उलà¥à¤²à¥‡à¤– विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रूपों में
यहां के लोकगीतों में à¤à¥€ पाया जाता है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड जाà¤à¤‚ और वहां मिलने वाले विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨
पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पहाड़ी फलों का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ ना लें, तो यातà¥à¤°à¤¾
अधूरी लगती है। गरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मौसम में पक कर तैयार होने वाले काफल राजà¥à¤¯ में आने
वाले परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ खासे लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं। अपनी बà¥à¥€ हà¥à¤ˆ मांग के कारण मधà¥à¤¯ हिमालयी
कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में पाठजाने वाला यह फल सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मजबूती à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर
रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतà¥à¤° में पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ लिखा है, मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¶à¥€
है कि काफल के लिठउपयà¥à¤•à¥à¤¤ बाजार सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ कर गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र इस फल को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोगों तक पहà¥à¤‚चाने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठजा रहे हैं। बाबा केदार और à¤à¤—वान बदà¥à¤°à¥€
विशाल से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के लोगों के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ और राजà¥à¤¯ की समृदà¥à¤§à¤¿ की कामना करता हूà¤à¥¤
शà¥à¤°à¥€ धामी ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के पतà¥à¤° हेतà¥
हारà¥à¤¦à¤¿à¤• आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ कहा है कि उनके इन सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से हमारा तथा
समसà¥à¤¤ राजà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹ का उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ हà¥à¤† है।