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नयी दिलà¥à¤²à¥€-कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मलà¥à¤²à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥à¤œà¥à¤¨ खड़गे तथा पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·
राहà¥à¤² गांधी ने मंगलवार को महान आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद को पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर
नमन करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
शà¥à¤°à¥€ गांधी ने टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ किया, "पूरे विशà¥à¤µ को
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने निडरता का पाठपढ़ाया, करà¥à¤£à¤¾ का मारà¥à¤—
दिखाया और à¤à¤¾à¤‡à¤šà¤¾à¤°à¥‡ की सीख दी। महान आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी को उनकी
पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर सादर नमन और शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि।"
शà¥à¤°à¥€ खड़गे ने कहा, "à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚
संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को विशà¥à¤µà¤à¤° में खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ दिलाने वाले महान विचारक à¤à¤µà¤‚ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¸à¥à¤°à¥‹à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी की पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोटि- कोटि नमन।"
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· ने कहा, "अमेरीका के
शिकागो की धरà¥à¤® संसद में वरà¥à¤· 1893 में दिठउनके
à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤£ के कà¥à¤› अंश, जो आज à¤à¥€ बेहद
पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक है-सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾à¤à¤‚ कटà¥à¤Ÿà¤°à¤¤à¤¾à¤à¤‚ और इसके à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• वंशज हठधमिरà¥à¤¤à¤¾ लंबे समय से
पृथà¥à¤µà¥€ को अपने शिकंजों में जकड़े हà¥à¤ हैं। इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पृथà¥à¤µà¥€ को हिंसा से à¤à¤° दिया
है। कितनी बार ही यह धरती खून से लाल हà¥à¤ˆ है। कितनी ही सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं का विनाश हà¥à¤† है
और न जाने कितने देश नषà¥à¤Ÿ हà¥à¤ हैं। अगर ये à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• राकà¥à¤·à¤¸ नहीं होते तो आज मानव समाज
कहीं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उनà¥à¤¨à¤¤ होता लेकिन अब उनका समय पूरा हो चà¥à¤•à¤¾ है। मà¥à¤à¥‡ पूरी उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है
कि आज इस समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का शंखनाद सà¤à¥€ हठधरà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾à¤“ं, हर तरह के कà¥à¤²à¥‡à¤¶, चाहे वे तलवार
से हों या कलम से और सà¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच की दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं का विनाश करेगा।â€
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