समाचार ब्यूरो
30/06/2023  :  16:50 HH:MM
सक्सेना ने 800 से ज्यादा नियुक्ति पत्र सौंपे
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नयी दिल्ली - दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शुक्रवार को यहां विज्ञान भवन में अलग-अलग विभागों के 849 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।

उपराज्यपाल ने कहा “इस नियुक्ति पत्र के रूप में सेवा करने का अवसर मिल रहा है। मेरी और दिल्ली की जनता की ओर से भी नव नियुक्ति प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं।”
श्री सक्सेना ने कहा 849 नयी नियुक्तियों में से 500 से अधिक शिक्षा निदेशालय और दिल्ली नगर निगम में हुई हैं। और बाकी नई नियुक्तियाँ सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा विभाग, अभियोजन, डीयूएसआईबी और दिल्ली जल बोर्ड जैसे अन्य विभागों/संगठनों में की गईं। चयनित उम्मीदवारों में से कई महिलाएं, दिव्यांग और अन्य आरक्षित श्रेणियों से हैं।
उन्होंने कहा यह तीसरा रोजगार मेला समारोह है। इससे पहले भी दो बार नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। श्री सक्सेना पहले ही लगभग 2600 नियुक्ति पत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों/स्थानीय निकायों/स्वायत्त निकायों में नव चयनित कर्मचारियों को वितरित कर चुके हैं। इस अवसर पर मुख्य सचिव, दिल्ली, तथा दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुख एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
श्री सक्सेना ने कहा “ जब वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले तो उन्होंने कहा था कि सरकारी पदों को भरा जाए और लोगों को रोजगार मिले। मैं उसी दिशा में काम कर रहा हूं और पिछले एक साल में अभी तक 17000 लोगों का नियुक्त किया गया है और निकट भविष्य में 4500 नियुक्ति बहुत शीघ्र की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार के तहत विभागों/संगठनों में की गई इन नई भर्तियों के अलावा, दिल्ली पुलिस में विभिन्न स्तरों पर 6000 पदों पर नियुक्ति के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा चुकी है और जल्द ही आदेश भी जारी किए जाएंगे। सरकारी नौकरी केवल जीवन यापन का साधन नही है,बल्कि लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का कार्य है।”
उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल को पद संभाले हुए एक वर्ष हो गया है। दिल्ली सरकार के कार्यालयों में जो अनियमित कर्मचारी है , वे सभी नियमित सेवा की बाट जोह रहे है उन्हें भी काम करने का मौका दिया जाएगा।
उपराज्यपाल ने कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए डीएसएसबी ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि कोई भी नौकरी छोटी और बड़ी नहीं होती। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि लाखों शिक्षक है लेकिन उनमें से किसी एक शिक्षक को राष्ट्रपति से पुरस्कार मिलता है। तो उसे उस समय अपने नौकरी की महत्ता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि हर पद की गरिमा होती है।
उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों से कहा यह आपका सौभाग्य है कि देश की राजधानी में नौकरी करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इस अवसर को ऐसे ही न गंवाये। आप हर विभाग में काम करें और नया कीर्तिमान स्थापति करें। आप ईमानदारी से और सच्चाई से अपना कार्य करेंगे तो दुनिया की कोई ताकत नहीं की आपको कोई गलत कर सके।
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को सपना है कि हर हाथ को काम मिले। उन्होंने कहा, “मैं अपने आपको बहुत सौभाग्यशाली मानता हूँ कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी देने में समक्ष हूँ।” उन्होंने कहा कि भाई-भतीजावाद के दम में रखे हुए उन लोगों को हटाने का भी काम करेंगे जो इस पद के लिए योग्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह गौरव की बात है कि मैं (उपराज्यपाल) 849 परिवारों से जुड़ा हूँ और उन्हें खुशी देने में सफल हुआ। जो इस पल के इंतजार में कर रहे थे।
दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसबी) के सचिव ने अपने संबोधन में बताया कि पिछले एक वर्ष में बोर्ड की दक्षता में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। यह प्रतियोगी परीक्षाओं के संचालन के लिए एक कुशल और पारदर्शी तंत्र स्थापित करने में सक्षम रहा है, जिसमे पेपरलेस और संपर्क रहित तरीके से परीक्षा लेने के अलावा परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक जांच भी शामिल है। प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के कारण परिणामों की घोषणा में अब 12 महीनों की जगह सिर्फ छह से आठ महीने लगता है।
नवनियुक्त एपीपी श्री अमित यादव और सुश्री नीलम नवनियुक्त टीजीटी जो नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों में से थे, उन्होंने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और माननीय उपराज्यपाल से नियुक्ति पत्र प्राप्त करने का अवसर प्रदान करने के लिए अपना आभार व्यक्त किया। सभी नए भर्ती किए गए अधिकारियों/कर्मचारियों की ओर से, उन्होंने दिल्ली को देश के बाकी हिस्सों के लिए एक उदाहरण बनाने के लिए समर्पण, ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करने की शपथ ली ।
मुख्य सचिव ने कहा नए भर्ती किए गए सरकारी कर्मचारियों को दिल्ली सरकार की सरकारी सेवा में प्रवेश करने पर बधाई दी और कहा। इसके लिए उन्हें खुद पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि देश के अन्य हिस्सों में लोग दिल्ली को देश की राजधानी होने के नाते, इसकी सेवाओं और अन्य सार्वजनिक वितरण प्रणाली को एक आदर्श के रूप मे देखते हैं और चूंकि वे दिल्ली सरकार में लोक सेवक के रूप में शामिल हुए हैं, इसलिए चीजों को और भी बेहतर बनाना उनका कर्तव्य है।
उन्होंने प्रधानमंत्री के 'अमृत काल' दृष्टिकोण का उल्लेख किया, जिसमें भारत को 2047 तक एक समृद्ध और विकसित देश बनाने की परिकल्पना की गई है। मुख्य सचिव ने नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे पूरे जुनून और उत्साह के साथ पहले दिन से ही इस दिशा में काम करना शुरू कर दें ताकि देश को विकसित देश बनने के लिए 2047 तक इंतजार न करना पड़े। उन्होंने उनसे अपनी सीखने की प्रक्रिया जारी रखने का भी आग्रह किया।
उपराज्यपाल ने इससे पहले दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और स्वागत गीत गाया गया। श्री सक्सेना को एक छात्र ने जीवंत पौधा भेंट किया तथा चित्रा नामक छात्र ने अपने हाथ से बनायी सुन्दर पेंटिंग भेंट की।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, राज्यपाल के मुख्य सचिव, नई दिल्ली नगर परिषद के चेयरमैन, दिल्ली नगर निगम के आयुक्त और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
समारोह का समापन जिला मजिस्ट्रेट (नई दिल्ली) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।






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