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नयी दिलà¥à¤²à¥€- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने मणिपà¥à¤° की हिंसा को लेकर
केंदà¥à¤° सरकार की तरफ से आयोजित सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯ बैठक को औपचारिकता करार देते हà¥à¤ इसके लिà¤
राजà¥à¤¯ सरकार को जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° बताया और कहा कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤¨ बीरेन सिंह को तà¥à¤°à¤‚त
इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ देना चाहिà¤à¥¤
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने कहा,“मणिपà¥à¤° हिंसा के 52
दिन बाद बà¥à¤²à¤¾à¤ˆ गई सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯ बैठक औपचारिकता मातà¥à¤° है। सरकार ने यह बैठक सिरà¥à¤«
समाचारों की हेडलाइन बनाने के लिठरखी थी। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की तरफ से सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯ बैठक में
शामिल मणिपà¥à¤° विधायक दल के नेता और पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ओकराम इबोबी सिंह को तीन
घंटे की बैठक में सिरà¥à¤« सात मिनट बोलने का समय दिया गया, जो मणिपà¥à¤° का
अपमान है।â€
बैठक के बाद कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ संचार विà¤à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ जयराम रमेश तथा मणिपà¥à¤° के पूरà¥à¤µ
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ इबोबी सिंह ने पारà¥à¤Ÿà¥€ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ कहा
कि हिंसा रोकने में राजà¥à¤¯ सरकार असमरà¥à¤¥ रही है इसलिठसबसे पहले मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€
इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ दें और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€ तोड़ें।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में 2001
में मणिपà¥à¤° में हिंसा हà¥à¤ˆ थी लेकिन उसके बाद मणिपà¥à¤° शांति,अमन, सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और
विकास के रासà¥à¤¤à¥‡ पर लौटा और इबोबी सिंह 15 साल तक मणिपà¥à¤°
में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रहे मगर आज हà¥à¤ˆ सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯ बैठक में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिरà¥à¤« तीन घंटे की बैठक
में सिरà¥à¤« सात मिनट बोलने का समय दिया गया, जो मणिपà¥à¤° का
अपमान है। सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯ बैठक की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को करनी चाहिठथी। पारà¥à¤Ÿà¥€ ने
मांग की है कि उगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ समूहों के पास जो हथियार हैं, वह हथियार बिना
किसी समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ के तà¥à¤°à¤‚त छीने जाà¤à¤‚।
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