|
नयी दिलà¥à¤²à¥€- मारà¥à¤•à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ पारà¥à¤Ÿà¥€ (माकपा)
के महासचिव सीमाराम येचà¥à¤°à¥€ ने मणिपà¥à¤° की à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ (à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾) सरकार पर वहां
जारी हिंसा को रोक पाने में विफल होने का आरोप लगाते हà¥à¤ उसके इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¥‡ की मांग की।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह à¤à¥€ कहा कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी के पास मणिपà¥à¤° की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨
पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मिलने का समय नहीं है।
शà¥à¤°à¥€ येचà¥à¤°à¥€ ने मणिपà¥à¤° से आठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजनीतिक दलों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से यहां
मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर कहा,
“ मणिपà¥à¤° में जारी हिंसा—100 से अधिक मरे,
60,000 से अधिक राहत शिविरों में, घरों और
संपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को तहस-नहस करना- राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चिंता का विषय है। â€
माकपा नेता ने कहा, “ सामानà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿
बहाल करने के लिठà¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ राजà¥à¤¯ सरकार को सà¤à¥€ हितधारकों के साथ सारà¥à¤¥à¤• बातचीत के बाद
पद छोड़ना चाहिà¤à¥¤ â€
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि मणिपà¥à¤° के 10 दलों के शिषà¥à¤Ÿà¤®à¤‚डल
से सोमवार को दोपहर बाद माकपा की केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ समिति के कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में उनकी मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤
हà¥à¤ˆà¥¤
शà¥à¤°à¥€ येचà¥à¤°à¥€ ने कहा कि पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ इबोबी सिंह सहित पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤®à¤‚डल मोदी
से मिलने के लिठ10 दिनों से अधिक समय
से इंतजार कर रहा है, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इनकार
कर दिया और तीन मई को संघरà¥à¤· शà¥à¤°à¥‚ होने के बाद से चà¥à¤ª रहना पसंद किया।
शà¥à¤°à¥€ येचà¥à¤°à¥€ ने à¤à¤• के बाद à¤à¤• टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ कर के कहा, “यह à¤à¤• तà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¦à¥€
से परे है। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के 'डबल इंजन' दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस संकट
से निपटना न केवल अकà¥à¤·à¤® है बलà¥à¤•à¤¿ अमानवीय संवेदनहीनता की बू आ रही है। अब à¤à¥€ मोदी
के पास मणिपà¥à¤° से इंतज़ार कर रहे 10 पारà¥à¤Ÿà¥€
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤®à¤‚डल से मिलने का समय नहीं है। â€
|