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बिलासपà¥à¤°/शिमला -à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· जगत पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶
नडà¥à¤¡à¤¾ ने विपकà¥à¤·à¥€ दलों पर करारा हमला बोलते हà¥à¤ कहा कि तृणमूल कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की पà¥à¤°à¤®à¥à¤–
व पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल की मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ममता बनरà¥à¤œà¥€ ने देशदà¥à¤°à¥‹à¤¹à¥€ ताकतों को और मजबूत करने
का काम किया है।
शà¥à¤°à¥€ नडà¥à¤¡à¤¾ ने पà¥à¤°à¥‡à¤¸ वारà¥à¤¤à¤¾ के दौरान कहा कि पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ बंगाल में ओबीसी के कोटे
और उनके आरकà¥à¤·à¤£ को ममता सरकार खà¥à¤²à¥‡à¤†à¤® मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® तà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤°à¤£ के à¤à¥‡à¤‚ट चà¥à¤¾ रही है और
पिछड़े वरà¥à¤— के लोगों को उनके जायज हक से वंचित रख रही है।
शà¥à¤°à¥€ नडà¥à¤¡à¤¾ ने कहा कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पिछड़ा वरà¥à¤— आयोग के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ हमारे
समकà¥à¤· आई है, उसमे à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषय का
खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बंगाल में 91.5
फीसदी आरकà¥à¤·à¤£ का लाठमà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® ओबीसी के लोगों को दिया गया है और अनà¥à¤¯ लोगो को
उनका हक अà¤à¥€ तक नही दिया है।
शà¥à¤°à¥€ नडà¥à¤¡à¤¾ ने तंज कसते हà¥à¤ कहा की इन विपकà¥à¤·à¥€ दलों हाथी के दांत है जो दिखाने
के अलग और खाने के अलग होते है। यह पूरà¥à¤£ रूप से à¤à¤• बहà¥à¤¤ बड़ा षडà¥à¤¯à¤‚तà¥à¤° है। बंगाल
में कà¥à¤› ओबीसी की 179 जातियों को आयोग दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दरà¥à¤œ किया गया
है और इसमें से 118 मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की जातियों को शामिल कर
दिया गया है। इस तरीके से बंगलादेशी घà¥à¤¸à¤ªà¥ˆà¤ और रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ को पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ पतà¥à¤° देकर
जातिगत आरकà¥à¤·à¤£ का लाठदेने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जा रहा है। यह घà¥à¤¸à¤ªà¥ˆà¤ ियों को सीधा सीधा
लाठदेने का गंà¤à¥€à¤° षडà¥à¤¯à¤‚तà¥à¤° है। अगर हम 2011 की बात करे तो
बंगाल में इससे पहले ओबीसी की 108 जातियां शामिल
थी जिसमें से 53 मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® और 55
हिंदà¥à¤“ जातियां थी। 71 नई जातियों को
इस सूची में जोड़ा गया इसमें 65 मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® और केवल
छह हिंदू जातियां थी।
बंगाल की जनसंखà¥à¤¯à¤¾ में 70.5 फीसदी हिंदू है
और 27 फीसदी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥¤ पर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹ को ओबीसी
आरकà¥à¤·à¤£ के अंतरà¥à¤—त 91.5 फीसदी का लाठपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जा रहा है।
ममता बनरà¥à¤œà¥€ ने देशदà¥à¤°à¥‹à¤¹à¥€ ताकतों को ताकत देने का काम किया है यह दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£
है और अति निंदनीय है।
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ नेता ने कहा कि इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के आरकà¥à¤·à¤£ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पंजाब और बिहार
में है। बिहार में ओबीसी के à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ पतà¥à¤° तक नहीं दिठजा रहे हैं, ओबीसी à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के
साथ बहà¥à¤¤ बड़ा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ हो रहा है और उनका अधिकारों का गला घोटा जा रहा है। पंजाब
में 25 फीसदी ओबीसी का आरकà¥à¤·à¤£ है और लाठकेवल 12
फीसदी ओबीसी लोगों को मिल रहा है। 13 फीसदी लोग अपने
अधिकारों से वंचित है और आज à¤à¥€ इंतजार कर रहे हैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में सात जिले टà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¬à¤² घोषित किठगठहैं और इनà¥à¤¹à¥€à¤‚
जिलों के लोगों को ओबीसी के फायदों से वंचित रखा जा रहा है। बंगाल में ममता और देश
में यह विपकà¥à¤·à¥€ दल बोलते कà¥à¤› है और करते कà¥à¤› है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा ओबीसी आयोग को इन
सà¤à¥€ तथà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की उचित जांच करनी चाहिठजिससे अनà¥à¤¯ पिछड़ा वरà¥à¤— के लोगों को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ मिल
सके।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल, बिहार, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और
पंजाब में हमारे ओबीसी à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठदिठगठसंवैधानिक अधिकार रिजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ का खà¥à¤²à¥‡à¤†à¤®
हनन कर रही है और ओबीसी को उनके जायज अधिकारो से वंचित रखा जा रहा है।
शà¥à¤°à¥€ नडà¥à¤¡à¤¾ ने कहा कि बंगाल, बिहार, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और
पंजाब में जो विपकà¥à¤·à¥€ दल बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पिछड़े वरà¥à¤— के हतैशी बनते और जातिगत जनगणना
के पकà¥à¤·à¤§à¤° बनते है वही लोग ओबीसी के हितों का खà¥à¤²à¥‡à¤†à¤® हनन कर रहे हैं। ओबीसी के कोटा
में जो आरकà¥à¤·à¤£ मिल रहा है उसमें इन सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ ने सेंध लगा का काम किया है।
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